उद्भज्ज!
उद्भज्ज Sprouting plant. अंकुरण वाली वनस्पति।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आत्मरक्षा Self restraint from karmic bondage. आत्मा को कर्म बंधन से मुक्त कराने वाले संयम का आचरण।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
धनधान्य प्रमाणातिक्रम Exceeding the set limits of grains, cattle and wealth (an infraction). परिगग्रह परिमाणव्रत का एक अतिचार, धन, गाय, भैस एवं धान्य पदार्थ संग्रह के लिए की हुई मर्यादा का उल्लंघन करना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
इभवाहन Elephant as a conveyance. हाथी रूप वाहन। सौधर्म इन्द्र ऐरावत हाथी पर बैठकर भगवान के कल्याणक में आते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आप्त Real spiritual authority, Omniscient. वीतरागी सर्वज्ञ और हितोपदेशी अर्हंत भगवान।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भक्ति – Bhakti. Eulogical devotion for Lord. अर्हत आदि के गुणों में अनुराग रखना भक्ति है अथवा निज परमात्म तत्त्व के सम्यक् श्रध्दान – अवबोध – आचरण स्वरूप शुद्ध रत्नत्रय परिणामों में अनुरक्त रहना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवभिघ – Bhavabhidya. One destroyer of worldy transmigration, An epi- thet for the devotional prayer of Lord Arihant. संसार का भेदन करने वाली जिनभक्ति का विशेषण “
द्वीपसागरप्रज्ञप्ति A type of scriptural knowledge (shrutgyan). अंग श्रुतज्ञान का एक भेद, दृष्टिवाद (12 वें अंग) का एक भेद; जिसमें असंख्यात द्वीप व सागरों का 52 लाख 36 पदों में वर्णन है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
इच्छापरिमाण Limitation of desires. परिग्रह परिमाण-इसमें स्वर्ण दास आदि बाह्य परिग्रह का परिमाण किया जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]