दैववाद!
दैववाद Fatalism. भाग्यवाद एकांतमत जो मात्र दैव या भाग्य को ही मानते हैं, पुरूषार्थ को निरर्थक समझते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दैववाद Fatalism. भाग्यवाद एकांतमत जो मात्र दैव या भाग्य को ही मानते हैं, पुरूषार्थ को निरर्थक समझते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिजीवी गुण – Pratijeevee Guna. Opposite attributes (lacking qualities). वस्तु के अभाव स्वरूप धर्म को प्रतिजीवी गुण कहते हैं ” जैसे–आत्मा (जीव द्रव्य) में अचेतनत्व और मूर्तत्व नहीं होता हैं एवं पुदगल द्रव्य में चेतनत्व और अमूर्तत्व नहीं होता है “
दुर्द्धर Extraordinary difficult (penance etc.) A king of Yadu dynasty, A city in the north of Vijayardh mountain. कठिन (तपस्या आदि ), यदु (यादव) वंश का एक राजा, विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रताड़ना – Prataadanaa. Harrasment, Scolding, Chiding. पीड़ित करना, सताना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्पप्रकिर्णक विमान – Puspaprakirnaka Vimana. A type of heavenly abodes (scattered). विमान का एक भेद; श्रेणीबध्द विमानों के अन्तराल में बिखरे हुए पुष्पों की भांति पंक्ति रहित इधर उधर बिखरे हुए देव विमान “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बिंब – Bimba. Image or idol (of Lord etc.). प्रतिमा , मूर्ती “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरुषप्रभ – Purusaprabha. A type of Kimpurusha peripatetic deities. किंपुरुष व्यंतर देवों का एक भेद “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुराणसार – Puranasara. A book written by Acharya Shrichandra. आचार्य श्रीचन्द्र (ई. १४९८-१५१८) द्वारा रचित ग्रंथ “
चतुर्दश पूर्व Fourteen Purvas – early canons (texts). उत्पाद पूर्व, अग्रायणीय , वीर्यप्रवाद , ज्ञानप्रवाद , सत्यप्रवाद ,आत्मप्रवाद ,कर्मप्रवाद ,प्रत्याख्यान , वीर्यानुवाद , कल्याणवाद ,प्राणावाद , क्रियाविशाल , लोकबिंदुसार ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]