गति द्विक!
गति द्विक Dyad of Karmic nature related to Gati. गति, गत्यानुपूर्वी(जैसे-तिर्यंच गति , तिर्यंच गत्यानुपूर्वी आदि)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गति द्विक Dyad of Karmic nature related to Gati. गति, गत्यानुपूर्वी(जैसे-तिर्यंच गति , तिर्यंच गत्यानुपूर्वी आदि)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अयोग A time unit. आत्मा के प्रदेशों का सकंप न होना-कर्म-नोकर्म आकर्षण के लिए जीव कीय ओग्य शक्ति का न चलना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गण Group of three (saints etc). तीन चिरदीक्षित साधुओं का समूह , वृद्ध मुनियों का समुदाय (धवला एवं राजवार्तिक के अनुसार)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दिगंतर गति Unnatural movement of soul. जीव की विभाव गति अर्थात् कर्म वश नीचे, तिरछे, और ऊपर गति करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गंधवती Name of a city & a summit (koot). एक नगरी, शिखरी कुलाचल पर ९वां कूट ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावि भूत उपचार – Bhavi Bhuta Upachar. Wrong implication of something in past time which is going to occure in future. भविष्य में होने वाले कार्य का भूत में आरोप करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बादर- स्थूल, स्कन्ध, एक प्रकार का नाम कर्म। Badara- Gross, A type of Karma
गंधिला An area of western videh, Name of a summit (koot) and protecting deity of Devmal Vakshar. अपर विदेह स्थित एक क्षेत्र, देवमाल वक्षार का कूट व उसका देव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रश्नोत्तर श्रावकाचार- आचार्य सकलकीर्ति (र्इ. 1406- 1442) द्वारा रचित एक ग्रंथ। Prasnottara Sravakcakara- A book written by acharya Sakalkirti