लोकालोक व्यापी!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकालोक व्यापी – Lokaaloka Vyaapi. Supremely pervaded knowledge-omniscience. केवलज्ञान जो समस्त लोकालोक को जानता है अर्थात् सर्वगत है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकालोक व्यापी – Lokaaloka Vyaapi. Supremely pervaded knowledge-omniscience. केवलज्ञान जो समस्त लोकालोक को जानता है अर्थात् सर्वगत है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वेद – Nirveda. Datachment, Aversion from the worldly affairs. सब अभिलाषाओंका त्याग निर्वेद कहलाता है-संसार, शरीर, भोगों से वैराग्य भाव “
चक्षु Name of a deity of Manushottar mountain. मानुषोत्तर पर्वत का एक देव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आश्रम Four stages of human life. गुरुकुल एंव बह्मचर्य गृहस्थ वानप्रस्थ और सन्यास ये चार आश्रम कहलाते हैं अथवा जहाँ विशुद्ध ज्ञान व दर्शन की प्रधानता हो।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बेलन – Belana. Cylindrical substance, a roller. रोटी , पूरी बेलने का उपकरण “
उद्यापन Vow completing ceremony. किसी व्रत के पूर्ण होने के पश्चात दानादि के साथ किया जाने वाला अनुष्ठान।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आलयांग A type of wish fulfilling trees (heavenly) providing divinely palaces. कल्पवृक्ष का एक भेद-जो रमणीय दिव्य भवनों को दिया करते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विकल्प समाधि – Nirvikalpa Samaadhi. Absolute meditation, the state of indeterminate ecstasy. समस्त विकल्पों से रहित परम समाधि को प्राप्त होना “
त्रसदशक Ten types of particular Karmic nature (related to mobile beings-Trasa). त्रस , बादर, , पर्याप्त , प्रत्येक, स्थिर, शुभ, सुभग, सुस्वर, आदेय, यशः कीर्ति कर्म प्रकृतियाँ। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आर्यमंक्षु Name of a great Acharya saint. दिगम्बर आम्नाय में आपका स्थान आचार्य पुष्पदन्त तथा भूतबली के समकक्ष है। आचार्य गुणधर से आगत पेज्ज दोसपाहुड़ के ज्ञान को आचार्य परम्परा द्वारा प्राप्त करके आपने तथा नागहस्ति ने यतिवृषभाचार्य को दिया था।[[श्रेणी:शब्दकोष]]