गारव!
गारव Pride, Arrogance. गर्व या बड़प्पन होना ;यह तीन प्रकार का है- ऋद्धि गारव , रस गारव , सात गारव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गारव Pride, Arrogance. गर्व या बड़प्पन होना ;यह तीन प्रकार का है- ऋद्धि गारव , रस गारव , सात गारव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्त्व – Sattva. Earth, Water, Fire & Air are called Sattva. पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु- इन चार को सत्त्व कहते है “
गिरिशिखर A city in the north of Vijayardh mountain. विजयार्ध पर्वत की उत्तर दिशा का एक नगर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मिश्रोपयोग–Mishropyoga. Involvement in delusive & non–delusive (pure) nature knowledge. राग व वीतरागता रूप परिणत उपयोग की प्रवृत्ति”
गुणव्रत Vows which increase virtues. गुणों को बढाने वाले तथा अणुव्रतों का उपकार करने वाले व्रत , दिग्व्रत , देशव्रत , अनर्थदण्डव्रत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेघरथ– Meghrath. Past birth name of Lord Shantinath. पुष्कलावती देश में पुण्डरीकिणी नगरी के राजा घनरथ का पुत्र जो शांतिनाथ भगवान् के पूर्व का दूसरा भाव है”
ध्रुवसेन Name of a great Acharya, possessing knowledge of 11 Angas. भगवान महावीर स्वामी के पीछे हुए 11 अंगों के ज्ञाता 5 आचार्यों में चैथे आचार्य, अपरनाम द्रुमसेन। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गति-अगति(सामान्य) Probability of getting any body form (Gati) by transmigration. किस स्थान से नारकर किस गति में जीव उत्पन्न हो सकता है और किसमें नहीं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पूर्वदिशा – Poorvadishaa. East-direction (for conducting relegious observances etc. all auspicious deeds). एक शुभ दिशा, सूर्योदय वाली दिशा, पूएव दिशा में मुख करके कृतिकर्म सामायिक आदि करना चाहिए “
ध्यानप्रवाह Course of meditation. संपूर्ण ध्यान की स्थिति। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]