पांशुतापि!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पांशुतापि:A type of deities.आकाशोपपत्र देव।
तुल्य बल विरोध Having opposition equally. विरोध का एक प्रकार, ज्ञान को मान लेने पर सब पदार्थें का शून्यपना नहीं बन पाता है और सबका शून्यपना मान लेने पर स्वसंवेदन की सत्ता नहीं ठहरती है यह तुल्य बल विरोध है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावलिंग (साधु) – Bhavalinga (Sadhu). An absolute saint with perfect conduct. साधु का जैसा बाहर चारित्र है वैसा ही भाव होना ” प्रमत्त- अप्रमत्त गुणस्थान सम्बन्धी भाव होना ही भावलिंग है “
तिर्यक्प्रचय Three dimensional extension. प्रदेशों का समूह।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तिमिंगिल A colossal fish (largest whale). एक सम्मूर्छन महामत्स्य का नाम, जिसकी अवगाहना 1000 योजन की है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तिक्तरस नामकर्म Karmic nature causing pungent flavour in body. जिसके उदय से शरीर में तीखा रस हो। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्त्री व्यसन त्याग:Renunciation of prostitution.परस्त्री सेवन (7 व्यसनों में एक व्यसन) का त्याग।
ताम्रचूल Name of a peripatetic deity. भूतरमण वन का भूत जातित का एक व्यंतर। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पर समय उपक्रम:A type of Upakrama- a pursuance in accordance with natual matters.उपक्रम का एक भेद।