भगफल्गु!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भगफल्गु – Bhagaphalgu. For both words see – Bhagadatta. दोनों शब्दों के लिए देखें – भगदत्त “
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[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादस्ति नास्ति – Syaadasti Nasti. The third Bhang of saptbhangi-exposition of the nature of substance in the aspect of affirmation & negation, eg. The nature of the fire is hot and is not cold.सप्तभंगी का तीसरा भंग-किसी अपेक्षा से है, किसी अपेक्षा से नही है (पदार्थ के धर्म से सम्बन्धित कथन) अर्थात् स्वचतुष्टय (द्रव्य,…
तेजोजराशि A mathematical quantity, A chief disciple of Lord Rishabhdev. जिस राशि को चार से अवहृत (भाग) करने पर शेष तीन अंक रहते हैं, भगवान ऋषभदेव का 62 वां गणधर (तेजोराशि)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
जन्मातिशय Ten extraordinary and super excellences of Tirthankar’s (Jaina Lord’s) birth. तीर्थंकर के जन्म के स्वेद रहितता , निर्मल शरीर आदि १० अतिशय ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तत्पाक्षिक Of similar opinion, Holding similar view. एक ही पक्ष में होना अर्थात् एक ही विचारधारा होना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
जघन्य अवगाहना Lowest (minimum) occupancy (pertaining to beings). सबसे छोटी शरीर की ऊंचाई ; उत्पन्न होने से तीसरे समय में सूक्ष्मनिगोदया लब्ध्यपर्याप्तक जीव की धनान्गुल के असंख्यातवें भागप्रमाण शरीर की जघन्य अवगाहना होती है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहकारी – Sahakaaree. A cause related to co-operation. एक सहयोगी कारण; सभी द्रव्य परस्पर में जो उपकार करते हैं वह सहकारी कारण के रूप में ही करते है
तैजस शरीर बंध A kind of bond of lustrous molecules (reg. body). 5 प्रकार के बंधन नामकर्म के भेदों में एक भेद, गृहीत तैजस पुद्गल स्ंकधों का परस्पर मिल जाना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
जघन्य अनंतानंत A measure of infinite numbers. जघन्य युक्तानन्त का वर्ग ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तत्वार्थ सूत्र वृत्ति A book written by Bhaskarnandi. ई. सन् 1296 में भास्कर नन्दि कृत एक ग्रंथ। [[श्रेणी:शब्दकोष]]