प्रशस्त!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रशस्त- शुभ, प्रषंसनी, हितकारी, जा कर्मो को निर्दहन करने की सामथर्य से युक्त है वह प्रशस्त है। श Prasasta- Auspicious, excellent, commended, one having capacity to destroy karmas
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रशस्त- शुभ, प्रषंसनी, हितकारी, जा कर्मो को निर्दहन करने की सामथर्य से युक्त है वह प्रशस्त है। श Prasasta- Auspicious, excellent, commended, one having capacity to destroy karmas
गृहपति The chief person of the house, A Jewel of Chakravarti (emperor). घर का प्रबंधक , चक्रवर्ती का एक सजीव रत्न।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूतरव – Bhutarava. Name of a country won by Lavkush (Ram’s sons). एक देश, इसे लवकुश ने जीता था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवाद- जिसके द्वारा इश्ट अर्थे को उतमता से प्रतिपादित किया जाय, उसे प्रवा कहते है। Pravada- Discourse, right exposition
गुणश्रेणी Multiple progression. गुणकार रूप जहाँ कर्म के निषेकों में श्रेणीरूप क्रम से कर्म द्रव्य दिया जाए।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चल संख्या Variable number, a mathematical term. एक गणितीय पद, x,y,z तरह की संख्या ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्यक्ष विनय- pratyaksa vinaya Paying reverence complelty to honourables मन, वचन व काय से गुरु आदि का विनय करना।
गतिलघुत्व Levitational motion. गति का एक भेद ;तुम्बडी रूई आदि की(ऊपर जाने वाली)गति ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य तप – Bahya Tapa. Austerity related to external things or activities. तप का एक भेद;अनशन , अवमौदर्य, वृत्तिपरिसंख्यान , रसपरि –त्याग, विवित्त्कशय्यासन और कायक्लेश छह प्रकार का है “
गणिका Serving female deity of Indras with enchanting gestures. महत्तरी (विशेष देवियाँ)-जो देवों में एक एक इन्द्र की दो-दो होती हैं अथवा Prostitute. वेश्या (वेश्या को नगरवधू , लज्जिका , रूपाजीवा, विलासिनी , गणिका आदि नामों से जाना जता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]