रूप्यमाषफल!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूप्यमाषफल – तौल का प्रमाण विशेश। Rupyamasaphala-A weighing unit
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूप्यमाषफल – तौल का प्रमाण विशेश। Rupyamasaphala-A weighing unit
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रुतपंचमी क्रिया – Shrutapanchmee Kriyaa. A religious devotional procedure of eulogy. ज्येष्ठ शु. 5 को श्रुतपंचमी कहते हैं ” इस दिन सभी साधु बृहत् सिद्ध भक्ति और बृहत् श्रुत भक्ति पढ़कर श्रुतस्कंध की स्थापना करके श्री इंद्रनंदि आचार्य विरचित श्रुतावतार का उपदेश देने के अनन्तर बृहत् श्रुत भक्ति व बृहत् आचार्य भक्ति पढ़कर स्वाध्याय…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोगपरिशहजय – 22 परिशहो में एक परिशह, असाध्य पीडा को उसके प्रतिकार की कामना रहित होकर साधु द्वारा समतापूर्वक सहन करना। रोग परिशह जय कहलाता हैं। Rogaparisaha Jaya-To bear afflictions of disease
आनंदबोध Name of a writer of ‘Nyay Makarand’ & ‘Nyay Deepavali’ treatises. ई.श. 11-12 के एक साहित्य प्रवर्तक जिन्होंने न्याय मकरन्द और न्याय दीपावली की रचना की।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लब्ध राशि – प्राप्त की गई राषि। Labdha rasi-Gained amount or quantity of something
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीराधावल्लभ – Shree Raadhaavallabha. Name of a sect of Vaishnav phillosophy. वैष्णव दर्शन के शक्तिसंग तंत्र के अनुसार 10 भेदों में दूसरा भेद ” इस संप्रदाय के आदिप्रवर्तक 1503 ई. में हरिवंश गोस्वामी हुए ” ये लोग जप, तप आदि में संलग्न रहते है “
आत्मसंबोधन A book written by ‘Gyanbhooshanaji’. ज्ञानभूषण जी (ई. सन् 1443-1505) द्वारा रचित अध्यात्म विषयक एक ग्रंथ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोमज वस्त्र – वस्त्र के पांच प्रकारो अंडज, वोडज, रोमज, वक्कज, चर्मज में एक प्रकार, उन से बने वस्त्र। Romaja (vastra)-Woolen clothes
इंद्रिय प्रमाण Knowledge to be proved by senses. परोक्ष प्रमाण-मतिश्रुत ज्ञान अथवा प्रत्यक्ष अनुमान उपमान, शब्द ऐतिह्य, अर्थापत्ति, संभव, अभाव ये 8 प्रमाण हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रेणुका – विदेह क्षेत्र में स्थित 13 वें तीर्थकर चन्द्रबाहु की माता का नाम। Renuka-Mother’s name of 13th Tirthanakar (Jaina lord) of videh kshtera (region)