आर्यिका संघ!
आर्यिका संघ Group of ‘Aryikas’. परम्परागत आर्यिकाओं के संगठन को आर्यिकासंघ कहते हैं, जिसमें एक मुख्य आर्यिका (गणिनी) भी होती है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आर्यिका संघ Group of ‘Aryikas’. परम्परागत आर्यिकाओं के संगठन को आर्यिकासंघ कहते हैं, जिसमें एक मुख्य आर्यिका (गणिनी) भी होती है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आरम्भी हिंसा Inevitable violence in performing various duties. हिंसा के चार भेदों में एक भेद वह हिंसा के संकल्प से न हो किन्तु असि आदि कर्मों एंव ग्रहस्थी प्रबंध करते हुए हो जाती है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपशांतद्रव्य Subsided matters (dravya) . उपशम अवस्था को प्राप्त द्रव्य।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
फलकहार A kind of necklace. एक हार: यह अर्धमाणवहार के मध्य में मणि लगाकर तैयार किया जाता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आस्रव द्वार Channels for influx of Karmas, The doors for the karmic flow. कर्मवर्गणा के आने के 57 द्वार-5 मिथ्यात्व,12 अविरति, 25 कषाय, 15 प्रमाद।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्योपधि व्युत्सर्ग – Bahyopadhi Vyutsarga. Renouncement of external means, attachments etc. बाह्य परिग्रह; क्षेत्र, वास्तु आदि का त्याग करना अर्थात् अपरिग्रह , महाव्रत का पालन करना “
आहार-काल Divinely emanation of translocational body (Aharak Sharir). दिगम्बर जैन साधुओं का भोजन काल-3 मुहूर्त जघन्य 2 मुहूर्त मध्यम 1 मुहूर्त उत्कृष्ट काल है(मूलाचार ग्रन्थ के अनुसार)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्मल आकाश –Nirmala Aakaasha. Absolute pure sky, immaculateness of sky (an excellenc of Lord – Arihant). 14 देवकृत अतिशियोंमें एक अतिशय; आकाश का धुआं, उल्कापातादी से रहित होकर निर्मल हो जाना”
इंद्रभूति Name of the first chief disciple of Lord Mahavira. भगवान महावीर के प्रथम गणधर का नाम जो पूर्व में गौतम गोत्रीय ब्राह्मण थे।[[श्रेणी:शब्दकोष]]