विशद!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशद – Vishada. Clear, Clean, Spotless, Pure. निर्मल, पवित्र, स्पष्ट ” जो प्रतिभास बिना किसी दूसरे ज्ञान की सहायता से स्वतंत्र व स्पष्ट हो “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशद – Vishada. Clear, Clean, Spotless, Pure. निर्मल, पवित्र, स्पष्ट ” जो प्रतिभास बिना किसी दूसरे ज्ञान की सहायता से स्वतंत्र व स्पष्ट हो “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावपूजा – Bhavapuja. Subjective worshipping, Psychical worshipping. अर्हन्तादि के गुणों का चिन्तन करना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पटवि़द्या :A type of knowledge related to antipiosionousness. विषापहारिणी गारूडी विद्या ।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मौर्यपुत्र–Mauryputra. Name of a chief disciple of Lord Mahavira. भगवान् महावीर के एक गणधर का नाम”
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनोज्ञ साधु – Manojnna Saadhu. Saint of high reputation. लोकसम्मत प्रसिद्ध साधु को मनोज्ञ साधु कहते हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेदक –Vedaka. Sufferer of Karmic results or one who experiences results of Karmas कर्मफल का भोक्ता या अनुभव करने वाला “
एकासंख्यात Countless number. एक दिशास्थित प्रदेश पंक्ति, क्योंकि उनकी गणना नहीं हो सकती।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुनि लिंग–Muni Ling. A nude saint (having abandonded all worldly attachements). शास्त्र कथित जिनेन्द्र भगवान् जैसा मुनि रूप”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वारुणीवर – Vaaruniivara.: Name of the 4th island & ocean of middle universe. मध्यलोक का चतुर्थ द्वीप व सागर “
त्रिकृति A mountain situated in Bharat kshetra (region), name of a city of Vidyadhars. कृतिकर्म प्रदक्षिणा, नमसकारादि क्रियाओं को तीन बार करना अथवा एक दिन में जिन देव , गुरू और ऋषियों की तीन बार वंदना करना। (त्रिः कृत्वा)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]