छायावत्!
छायावत् Liberated soul, like reflected image. मुक्तजीव ; छाया के प्रतिबिम्ब के समान पुरूष के आकार को धारण करने वाला ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
छायावत् Liberated soul, like reflected image. मुक्तजीव ; छाया के प्रतिबिम्ब के समान पुरूष के आकार को धारण करने वाला ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तंतुचारण ऋद्धि A supernatural power for becoming so small as to walk on the spider’s web. ऋद्धिः जिसके प्रभाव से मुनिजन अति लघु होकर मकड़ी के तंतु के ऊपर चरण रखमे हुए उसे बिना बाधा पहुँचाये गमन करते हैं। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीतृरागता –Vitaragata. State of passionlessness, Freeness from worldly attachment.” सच्चे आप्त (भगवान) के तीन मुख्य गुणों सर्वज्ञंता, वीतरागता तथा हितोपदेशिता में से एक गुण ” जिसमें राग, द्वेष एवं मोह का अभाव होता है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूतबली – Bhutabali. Name of a great Acharya, the disciple of Acharya Arhadvali. एक आचार्य (ई. ६६-१५६)जिनके दीक्षा गुरु आचार्य अर्ह्द्वली और शिक्षा गुरु ध्ररसेन थे ” इन्होनें षट्खंडागम के सूत्रों की रचना की है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वोपशमन – Sarvopashamana. Subsidence of all 28 Karmic Nature of delusion. मोहनीय कर्म की 28 प्रकृतियों का उदयाभाव करना । यह धर्मध्यान का फल है।
जम्बूवृक्षस्थल Region of Jambuvriksha (a super tree). जम्बूवृक्ष सामान्य स्थल ; ५०० योज.अन विस्तार युक्त है , मध्य में ८ योजन एवं किनारों पर २ कोस मोटा है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वानंत – Sarvaananta. All infinite. अनंत का एक भेद । आकष को धन रूप से देखने पर उसका अंत नहीं पाया जाता इसलिये उसे सर्वानंत कहते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वसंघ – Sarvasangha. Name of the 58th chief disciple of Lord Rishabhdev. भगवान ऋषभदेव के 58 वें गणधर ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वमत – Sarvamata. Something universally accepted. जो सर्वरूप मान्य हो ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रघुवंश – इक्ष्वाकु वंष में उत्पन्न रघु राजा से इस वंष की उत्पत्ति हुई है। Raghuvamsa-Name of a dynasty