वैराग्य अष्टक
वैराग्य अष्टक शंभु छंद भावों की महिमा न्यारी है, जिनसे चेतन का नाता है। जड़ चेतन ही मिलकर बनते, हम सबके पिता व माता हैं।। संसार में ही रहते ये सब, नहिं मोक्ष का इनसे नाता है। वैराग्य भाव आ जाने पर, शिव से नाता जुड़ जाता है।।१।। परिणामों का ही खेल जगत में, खेल...