ऋद्धिगौरव!
ऋद्धिगौरव Expression of dignity, venerability. शिष्य पुस्तक कमण्डलु आदि के द्वारा अपना बड़प्पन या अभिमान प्रकट करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ऋद्धिगौरव Expression of dignity, venerability. शिष्य पुस्तक कमण्डलु आदि के द्वारा अपना बड़प्पन या अभिमान प्रकट करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
धर्मपात्र Religious characters like saint, householders etc. रत्नत्रय धर्म के साधने वाले उत्तम (मुनि), मध्यम (श्रावक) व जघन्य (अविरत सम्यक्दृष्टि) पात्र। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आबाधा A time period between binding & fruition of Karmas. कर्म प्रकृति बंध होने के बाद जब तक उदयरूप व उदीरणा रूप वह कर्म प्रकृति हो तब तक का काल।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
धर्म अनुप्रेक्षा Contemplation of religion. धर्म के स्वरूप का बराबर चिंतन करना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आप्तमीमांसा विवृद्धि A book written by ‘Kumarsen’. कुमारसेन (ई. सन्696) द्वारा रचित एक ग्रंथ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
धम्मपरिक्खा A book written by Harishena. धर्मपरिक्षा ; ई. सन् 987 में हरिषेण कृत एक ग्रंथ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धनदेव Name of the 6th chief disciple of Lord Rishabh-anath, The son of Kuberdatta. ऋषभनाथ के छठे गणधर एक वैश्य कुबेर दत्त का पुत्र।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीभूषण – Shreebhoosana. Name of a Bhattarak, the writer of many books like Shantinath Puran, Pandav Puran etc. शांतिनाथ पुराण, पांडव पुराण, द्वादशांग पूजा तथा प्रबोध चिंतामणि के कर्ता एक भट्टारक “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवानुगामी – Bhavanugami. A type of clairvoyance (remains with one after transmigration). अनुगामी अवधिज्ञान का एक भेद; जो अवधिज्ञान उत्पन्न होकर उस जीव के साथ अन्य भव में जाता है “