भाषा पर्याप्ति काल!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाषा पर्याप्ति काल – Bhasha Paryaptikala. Period of vocal completion. भाषा पर्याप्ति पूर्ण होने पर जितने समय तक मन पर्याप्ति पूर्ण न हो तब तक भाषा पर्याप्ति काल कहलाता है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाषा पर्याप्ति काल – Bhasha Paryaptikala. Period of vocal completion. भाषा पर्याप्ति पूर्ण होने पर जितने समय तक मन पर्याप्ति पूर्ण न हो तब तक भाषा पर्याप्ति काल कहलाता है “
तिर्यक् Oblique or Tilt, Subhuman beings. तिरछा , टेढा , आडा, तिर्यंच गति के जीव। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
एकांग One organ activity (reverence with bending the head only). नमस्कार का प्रकार (केवल सिर झुकाना एकांग नमस्कार है)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
तिर्यंचगति One of the 4 body forms or destinities (Gatis) i.e. Gati of animals, the beings other than human, celestial & infernal beings. 4 गतियों में एक गति, मनुष्य, देव और नारकी जीवों करो छोड़कर शेष एकेन्द्रिय से लेकर पंचेन्द्रिय जीवों की गति , जो मायाचारी, आर्त्तध्यान आदि से प्राप्त होती है।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
एकादश अंगधर Jain Acharyas possessing knowledge of 11 Angas. 11 अंगधारी 5 आचार्य- नक्षत्र, यशपाल, पाण्डु, ध्रुवसेन, कंस।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुष्टिविधान व्रत–Mushtividhan Vrat. A particular kind of vow of worshiping the Lord Arihant. प्रतिवर्ष भादो, माघ व चैत्र मास में अर्थात तीनों सोलहकारण पर्वो में क्र. 1 से शु. 15 तक पुरे–पुरे महीने प्रतिदिन 1 मुष्टि प्रमाण शुभ द्रव्य भगवान् के चरणों में चढ़ाकर अभिषेक व चातुविशति जिन पूजन करना” साथ ही ॐ…
तादात्म्य संबंध Complimentary relationship. जो संबन्ध कभी न छूटे, जैसेअग्नि और उष्णता । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाली – Bali. Name of warrior ultimately who got salvation. किष्किन्धपुर के राजा सूर्यरज का पुत्र, जिसने राम व रावण युद्ध से विरत्क हो दीक्षा धारण की एवं अन्त में निवारण प्राप्त किया “