विसंवाद!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विसंवाद –Visamvada. Misleading or deceptive speech. वचन विरोध, धोखा ” अशुभ नामकर्म के आस्त्रव का एक कारण; अन्यथा प्रवृर्ती या प्रतिपादन करना अथवा दूसरे को धोखा देना विसंवाद है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विसंवाद –Visamvada. Misleading or deceptive speech. वचन विरोध, धोखा ” अशुभ नामकर्म के आस्त्रव का एक कारण; अन्यथा प्रवृर्ती या प्रतिपादन करना अथवा दूसरे को धोखा देना विसंवाद है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धोपयोग – Shuddhopayoga. Passionless right conductful inclination. रागद्वेषादि रहित आत्मा के सन्मुख उपयोग, स्वानुभवरुप भाव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समकेन्द्रिय – Samakendriya. Those having same central point, concentric. एक ही केन्द्र हो जिनका।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विरोध – Virodha. Opposition, Contradiction, Objection. अनुपलम्भ अर्थात् अभाव के साध्य को विरोध कहते हैं ” असंगति, परस्पर विरुध्द्ता, असंबध्दता “
घोषावती A musical instrument-a supernatural lute. चार द्रव्यों वीणाओं मने एक वीणा विष्णुकुमार मुनि द्वारा उपसर्ग हटाये जाने पर देवों ने यह वीणा पृथ्वी पर रहने वालों को दी थी ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनोज्ञ – Manojnna. Delightful , lovely , charming. प्रिय वस्तु होना “
गृहस्थाचार्य An ideal person of mundane life. जो गृहस्थों में विद्या, बुद्धि, प्रभाव, चारित्र में बड़ा हो व धार्मिक क्रिया करा सकता हो ऐसा उत्तम गृहस्थ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाष्य – Bhasya. Commentary, Exposition. व्याख्या, व्रत्ति, टीका “
घुना अन्न Cereals infested with worms or insects. अनेक ट्रक जीव और फूई इत्यादि लगा अन्न ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विद्याश्रमण – Vidyasramana. Learned Jaina saints at the learning stage of 10th Purva (scriptural knowledge). जो मुनि दसवें पूर्व को पढते समय रोहिणी आदि लौकिक विद्याओं के प्रलोभन में न पड़कर दशपुर्व के पाठी होते हैं “