मूलगुण निर्वर्तना!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूलगुण निर्वर्तना–Mulguna Nirvatana. Formation of complete body. अधिकरण का एक भेद; शरीर, वचन, मन, श्वासोछ्वास बनाना”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूलगुण निर्वर्तना–Mulguna Nirvatana. Formation of complete body. अधिकरण का एक भेद; शरीर, वचन, मन, श्वासोछ्वास बनाना”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोग – रूजा, बीमारी, व्याधि। रोगो की कुल संख्या पांच करोड अडसठ लाख निन्यानवे हजार पांच सौ चोरासी है। ये रोग नारकियों के एक साथ होते है। Roga-Disease
एकार्थ समवाय One inherence in the same substratum. समान पदार्थों का समुदाय।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लांगलावर्ता – पष्चिम विदेह क्षेत्र के 8 देषो मे एक देष। मंजूशा नगरी इसकी राजधानी है। Lamgalavarta-Name of a country of western videh (region) having the capital city Manjusha
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूलस्थान–Mulasthan. A fault of a saint (using article without purifying it), Past name of present city Multan in Punjab. दोष; आहार, पिच्छी, कमंडलु और वसतिका आदि को शोधन किये बिना ही साधु द्वारा इनका प्रयोग करना, पंजाब का वर्तमान मुलतान नगर”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रात्रियोग – साधुओं का एक कृति कर्म। सायंकालीन प्रतिक्रमण के पष्चात योग भक्तिपूर्वक जैन साधु रात्रियोग धारण करते है।प्रात कालीन सामायिक से पूर्व योग भक्तिपूर्वक ही उसका निश्ठापान करते हैं। Ratriyoga-Meditation activities to be observed by saints during night hours (an austerity)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वायुनिरोध – Vaayunirodha.: The process of resisting breath (a meditational activity) in which exhaling is performed through the palate. प्राणायाम ; श्वासोच्छ्वासरूप पवन नासिका के छिद्रों को छोड़कर स्वयमेव तालुका के अति सूक्ष्म छिद्र (10वें द्वार) से होकर बाहर निकलती है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध चारित्र – Suddha Chaaritra. Absolute right conduct.निश्चय मोक्षमार्ग का एक अपरनाम ” वीतराग चारित्र “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुद्गलाणु – Pudgalanu. Indivisible particles of the matter. पुद्गल द्रव्य के दो भेदों में एक भेद; अविभागी एक प्रदेशी पुद्गल द्रव्य को अणु कहते हैं “
द्रोणामुख Port; docks. बंदरगाह; जलयानों के ठहरने का स्थान। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]