भोग निदान!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोग निदान:Longing for all luxurious worldly pleasures. परलोक में भोग विलास की उत्तम सामग्री मिले ऐसी आकांक्षा करना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोग निदान:Longing for all luxurious worldly pleasures. परलोक में भोग विलास की उत्तम सामग्री मिले ऐसी आकांक्षा करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] ल – देवनागरी लिपि का अट्ठाईसवां व्यंजन इसका उच्चारण स्थान दंत है। La-The 28th consonant of Devanagari syllabary ल – लक्ष एक लाख की सहनहानी। La- a symbol for one hundred thousand
गारव Pride, Arrogance. गर्व या बड़प्पन होना ;यह तीन प्रकार का है- ऋद्धि गारव , रस गारव , सात गारव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बोधितबुद्ध – Bodhitabuddha. One enlightened with knowledge gained through others. जिनको परोपदेश पूर्वक ज्ञान की प्राप्ति होती है वे बोधित बुद्ध कहलाते हैं “
गिरिशिखर A city in the north of Vijayardh mountain. विजयार्ध पर्वत की उत्तर दिशा का एक नगर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मिश्रोपयोग–Mishropyoga. Involvement in delusive & non–delusive (pure) nature knowledge. राग व वीतरागता रूप परिणत उपयोग की प्रवृत्ति”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मोहन–Mohan. A king of Rakshas dynasty, A power attracting others, Charm. राक्षस वंशी एक विघाधर राजा एक विद्याशास्त्र–जो व्यक्ति को मुग्ध कर्ता है, आकर्षण”
गुणव्रत Vows which increase virtues. गुणों को बढाने वाले तथा अणुव्रतों का उपकार करने वाले व्रत , दिग्व्रत , देशव्रत , अनर्थदण्डव्रत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेघरथ– Meghrath. Past birth name of Lord Shantinath. पुष्कलावती देश में पुण्डरीकिणी नगरी के राजा घनरथ का पुत्र जो शांतिनाथ भगवान् के पूर्व का दूसरा भाव है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योनिभूत बीज – जिस बीज में जलादि का निमित्त पाकर जीव आकार पैदा हो सके। अथवा जिस जीव में उगने की षक्ति अर्थात सहित होने की षक्ति हो। Yonibhuta Bija-Seed germination