मेचक!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेचक–Mechak. Soul with different stages. अनेक अवस्था रूप होना जैसे आत्मा कंथचित मेचक है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेचक–Mechak. Soul with different stages. अनेक अवस्था रूप होना जैसे आत्मा कंथचित मेचक है”
चतुष्पाद Name of a planet, Quadruped-any animal with four legs. एक गृह का नाम ,चार पैर वाले जीवों को भी चतुष्पाद कहते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समयसार (शास्त्र) – Samayasaara (shaastra). Name of a great metaphysical treatise written by Acharya Kundkund. आचार्य कुन्दकुन्द (ई.127-179) कृत आध्यात्मिक कृति। अमृतचंद्रसूरी के अनुसार इसमें 415 प्राकृत गाथा निबद्व है एवं श्री जयसेनाचार्य के अनुसार 437 गाथाएॅ है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पट्टबंध :A crown to be put on the head of new king. राज्याभिषेक के समय जिसका राज्याभिेषेक होना है उसके सिर पर बांधा जाने वाला मुकुुट ।
चामर Name of the chief disciple of Lord Padmaprabhu. पद्मप्रभु भगवान के मुख्य गणधर का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मध्यम प्रोषधोपवास – Madhyam prosadhopvassa. A type of fasting – renunciation of all kind of food except water to be observed on Ashtami, chaturdashi. अष्टमी, चतुर्दशी के दिन जल को छोडकर शेष आहार का त्याग करना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पउमचरिउ: A book written by Vimalsuri Ji. ई0 श0 4 के पूर्वपाद में विमलसूरि द्वारा रचित एक ग्रंथ
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विषयासक्ति –Visayasakti. Engrossment in worldly pleasures. अशुभोपयोग; विषयों के प्रति उपयोग की मग्रता या अवगाढता
ग्रन्थकर्ता Basically chief disciple of Lord Arihant, Acharyas & general writers are called Granthkarta. मुख्या रूप से गणधर स्वामी एवं सामान्य रूप से ग्रन्थ का लेखन करने वाले आचार्य विद्वान को ग्रन्थकर्ता कहते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]