वैराग्य!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैराग्य –Vairagya Aversion from worldly life, to be free from all worldly attachments. संसार शरीर तथा भोगों से विरक्त भाव अथवा उदासीन या शांतभाव “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैराग्य –Vairagya Aversion from worldly life, to be free from all worldly attachments. संसार शरीर तथा भोगों से विरक्त भाव अथवा उदासीन या शांतभाव “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हल – Hala. Plough, a divine weapon possessed by Ram. कृषि के लिए उपयोग मे आने वाला एक यंत्र, देवोपुनीत एक अस्त्र-महालोचन देव न उन्हे यह अस्त्र रामचंद्र जी को दिया था।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिनंदि – Harinamdi. Name of a Bhattarak of Nandi group. नंदिसंध बलात्कारयण भट्टारक आम्नाय की उज्जयिनी गट्ठी के एक भट्टारक महीचन्द्र के गुरु। समय – वि. 948।
ऋषि पुत्र An author of ‘Rishiputra Sanhita’. निमित्त शास्त्र तथा ऋशिपुत्र संहिता के रचियता एक ज्योतिशाचार्य (ई. सन् 6-7 की संधि)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिकांत – Hariaaamta. Name of an Indra, the 6th summit of Mahahimvan mountain & a pond situated in Harikshetra (region) where Harikanta river falls. भवनवासी देवो का एक इन्द्र, महाहिमवान पर्वत का छठा कूट, हरि क्षेत्र मे स्थित एक कुण्ड जिसमे से हरिकांता नही गिरती है।
त्रिचूड Escaping from the three worldly activities (of mind speech & body). विद्याधर वंश का एक राजा । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हठवाद – Hathavaada. A doctrine pertaining to obstinacy. दुराग्रहपना।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पर पर्याय: Different body forms.क्षयोपशम के द्वारा व ज्ञेयों के द्वारा चित्र-विचित्र पर्याय ’परपर्याय’ कहलाती है जबकि केवलज्ञान के द्वारा निष्पन्न अन्तद्र्युति या अन्तर्तेज ’निजपर्याय’ है।