पंडित!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंडित – Pandita. A religious learned person, one having right spiritual faith. ञानी, जो पुरुष परमात्मा को शरीर से जुदा एवं केवलज्ञान से पूर्ण जानता है वही परम समाधि में तिष्ठता हुआ पंडित अर्थात् अन्तरात्मा है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंडित – Pandita. A religious learned person, one having right spiritual faith. ञानी, जो पुरुष परमात्मा को शरीर से जुदा एवं केवलज्ञान से पूर्ण जानता है वही परम समाधि में तिष्ठता हुआ पंडित अर्थात् अन्तरात्मा है “
तदुभयसारी ऋद्धि A type of super natural power. बुद्धि ऋद्धि का एक उपभेद जो बुद्धि नियम अथवा अनियम से एक बीजशब्द को ग्रहण करके उपरिम अधस्तन ग्रंथ को एक साथ जानती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुनिमार्ग–Munimaarg. The prescribed auspicious path for saints. इसके दो भेद है; उत्सर्ग–शुद्धोपयोग रूपपरमवीतरागसयम हो, अपवाद जहा शुद्धोपयोग के बाहरी साधनों का व्यवहार हो या शुभोपयोग रूप सराग सयम हो”
तदुभय वक्ताव्यता A type of statement or exposition. वक्ताव्यता के 3 भेदों में एक भेद स्वसमय , परसमय दोनों का निरूपण करके जहां पर समय को दोषमुक्त दिखलाकर स्वसमय की स्थापना की जाती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वात्सल्य – Vaatsalya.: Affection,Tender feeling (an auspicious quality). साधर्मी के प्रति निःस्वार्थ प्रेमभाव रखना (सम्यग्दर्शन का एक अंग एवं सोलहकरण भावना की एक भावना )”
एकतत्व अनुप्रेक्षा Feeling of solitude, one of the twelve reflections or 12 feelings of introspection (Barah Bhavana). बारह भवनाओं में एक भावना- मैं अकेला ही जन्मता मरता हूँ, मेरा कोई साथी नहीं है, इस प्रकार चिंतन करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गुंजाफल A traditional weighing unit. तौल का एक प्रमाण , २ धान्यमाण फल=१ गुन्जाफल ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचा वैयावृत्त्य विवेक – Vaachaa Vaiyaavrttya Vivek.: Not to allow others to serve oneself (a kind of discrimination). विवेक का एक भेद, तुम मेरी वैयावृत्त्य मत करो ऐसे वचन बोलना “
तत्वार्थबोध A book written by Pandit Budhjana. पं. बुधजन (ई.श. 1814) द्वारा रचित तत्वार्थ विषयक एक ग्रंथ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचक-वाच्य संबंध – Vaachaka-Vaachya Sanbandha.: Relation between words & their meanings. शब्द और अर्थ का संबंध “अर्थात शब्द वाचक एवं उसका अर्थ वाच्य कहलाता है “