मनुष्यचतुष्क!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्यचतुष्क – Manushyacatuska. Quartet related to the human beings. मनुष्यगति , मनुष्यगत्यानुपूर्वी, औदारिक शरीर व औदारिक अंगोपांग “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्यचतुष्क – Manushyacatuska. Quartet related to the human beings. मनुष्यगति , मनुष्यगत्यानुपूर्वी, औदारिक शरीर व औदारिक अंगोपांग “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पर्ष काल विधान – Sparssa kala Vidhaana. A type of anyyogdwar (disquisition door), assocaiontion of “time” with other matters.देखे- स्पर्श अंतर विधान, कालद्रव्य का जो अन्य द्रव्यो के साथ संयोग है उसका नाम काल स्पर्शन है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भुमितुंड – Bhumitunda. A type of super power of vidyadhars. विधाधरों की एक विधा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थैर्य – Sthairya. Stability, continuity, steadiness.ध्रौव्य, स्थिर।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेदनीय –Vedaniya. Karmas causing the experience of pain & pleasure. ८ कर्मो में एक कर्म, जिसके उदय से जीव सुख व दुख का वेदन अथार्त अनुभव करता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थिर – Sthira. Stable, constant, name of a governing deity of Anka summit situated at kundal mountain.अविचल, कुण्डल पर्वतस्थ अंक कूट का स्वामी देव।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीर्य लब्धि – ViryaLabdhi A type of attainment pertaining to the vitality of beings. ५ लाब्धियों में एक लब्धि ” शक्ति की प्राप्ति जो वीर्यन्तराय कर्म के क्षयॉपशन से होती हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थितिकरण – Sthitikarana. Re-steadiness of one in religion (a part of right perception).सम्यग्दर्षन के 8 अंगो मे एक अंग। धर्म से विचलित होते हुए जीवो को या स्वंय को धर्म मे पुनः दृढ़ करना स्थितिकरण अंग है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूपानुपान – देषव्रत का एक अतिचार।मर्यादा के बाहर काम करने वालो को निजरूपर दिखाकर अपना प्रयोजन बता देना। Rupanupata-making sign for persons beyond the limit, as the morse code with flags etc. (an infraction of Deshvrat)