पारणा!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पारणा – Parana. To take food after the fast. उपवास के बाद दूसरे दिन किया जाने वाला भोजन “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पारणा – Parana. To take food after the fast. उपवास के बाद दूसरे दिन किया जाने वाला भोजन “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नाकर वर्णी कवि – भरतैष वैभव नामक कृति के रचियता कन्नड कवि। समय ई 1551 Ratnakara Varni (Kavi)-Name of a Kannad poet who wrote Bhartaish vaibhv
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लेपाहार –Lepaahaar.: Natural grasping of nutrition for the development of body(i.e. air, natural light, water-taking by plants). आहार का एक भेद – एकेन्द्रिय वनस्पति आदि जीवों के द्वारा मिट्टी , पानी, हवा, प्रकाश के रूप में जो आहार ग्रहण किया जाता है , वह लेपाहार है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पापसंवर – Papasamvara. To become free from sins, cessation of sins. व्रतादि के द्वारा पाप से निवृत्ति प्राप्त करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पानकाहर- Panakahara. See- Panaka. देखें-पानक, यह आहार सल्लेखना के समय दिया जाता है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रजताभ – कुंडलवर पर्वत के दक्षिण दिषा का दूसरा कूट Rajatabha-The 2nd summit southern Kundalvar mountain
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यमकायिक– Yamkayik. A type of residential deities. भवनवासी आकाशोपन्न देव के 12 भेदो में से एक भेद”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पात्र अपात्र:Worthy & non-worthy donees.सम्यक्त्व, शील और व्रत से सहित जीव पात्र एवं इनसे रहित जीव अपात्र कहलाते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] याम्य – समवषरण के तीसरे कोट मे दक्षिणी द्वार के 8 नामो मे एक नाम। Yamya-A name of southern door of the 3rd Kot in Samavasharan (assembly of lord arihant)