गंधवान्!
गंधवान् Name of a mountain. हिरण्यवत् क्षेत्र में मध्य में कूताकार एक वैताढय पर्वत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गंधवान् Name of a mountain. हिरण्यवत् क्षेत्र में मध्य में कूताकार एक वैताढय पर्वत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दिक्शुद्धि Directional purity, an activity of Jaina saints for Svadhyay. धवला आदि सिद्धान्त ग्रंथों के सवाध्याय हेतु की जाने वाली एक विशेष क्रिया पिछली रात्रि में वैरात्रिक स्वाध्याय के पश्चात् चारों दिशाओं में 27-27 श्वासोच्छ्वासपूर्वक 9-9 बार णमोकार मंत्र पढकर पौर्वाणिहक (प्रातःकालीन ) स्वाध्याय के पश्चात् अपरान्हिक स्वाध्याय हेतु 21-21 उच्छ्वासों में 7-7 बार चारों…
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मध्यम नक्षत्र – Madhyam Naksatra. Particular group of lunars. 30 मुहूर्त के नक्षत्रों को मध्यम नक्षत्र कहते हैं “
ग्राह्य-ग्राहक भाव Sentimentally acceptance of matters. भावेंद्रिया के द्वारा ग्रहण किए गए इन्द्रियों के विषयभूत पदार्थ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चरू Naivedya (edible articles), an offering article of worshipping. पूजा का एक द्रव्य, नैवेद्य।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मधुमास – Madhumasa. Spring season. बसंत ऋतु (चैत्र एवं वैशाख ये दो मास बसंत ऋतु के कहलाते हैं) “
चंद्रभागा The present Chinab river of Punjab. पंजाब की वर्तमान चिनाब नदी ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मत्स्ययुगल – Matsyayugala. A pair of fish – a dream seen by mother of Tirthankar (Jaina- Lord). तीर्थंकर की माता के 16 स्वप्नों में एक स्वप्न ; मछलियों का एक जोड़ा “
चक्रवर्ती Universal monarch, world conqueror, emperor. चक्ररत्न का स्वामी . यह षट्खण्डाधिपति , दिग्विजई, ३२ हजार राजाओं का अधिराजा , १४ रत्नों , ९ निधियों का तेजस्वी अधिपति होता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]