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घ The fourth consonant of the Devanagari syllabary. देवनागरी वर्णमाला का चतुर्थ व्यंजन , इसका उच्चारण-स्थान कण्ठ है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
घ The fourth consonant of the Devanagari syllabary. देवनागरी वर्णमाला का चतुर्थ व्यंजन , इसका उच्चारण-स्थान कण्ठ है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्तभंगी तरंगिणी – Saptabhamgii Taramginii. Name of a treatise written by Vimaldas on Nyaya philosophy. विमलदास (श्रावक) (ई.श. 14-15) कृत संस्कृत भाषा का न्याय विषयक ग्रंथ।
[[श्रेणी :शब्दकोष ]] मिश्र कायओग– Mishra Kayayoga. Bodily activities taking place upto complete formation of body. जब तक शरीर पर्याप्ति पूर्ण नहीं होती तब तक होने वाले काययोग को मिश्रकयायोग कहते है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धोदन – Shuddhodana. The father of Mahatma Buddha. महात्मा बुद्ध के पिता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सपर्या – Sparyaa. Ritual activity. योग, यज्ञ, पूजा, सपर्या, इज्जा, क्रतु, अध्वर, मख, मह यह सब पूजा के पर्यायवाची नाम है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परंपरा आगम:Scriptures as stated by Gandhar (Chief disciple of Lord) etc. गणधरादि द्वारा कथिम आगम ।
गुणोत्तरश्रेणी Geometrical progression. एक गणितीय श्रेणी ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पनसा:A river of Bharat Kshetra Arya Khand (region). भरत क्षेत्र स्थित आर्यखण्ड की एक नदी ।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == सद्भाव : == किं तेणावि घडिज्जइ जो न हु सब्भावरसनिसित्तो वि। पुरिसो य पुहइिंपगे व मिज्जिओ अप्पमप्पेइ। —गाहारयणकोष : ६५ जो सद्भाव के रस से अभिसिंचित नहीं है, उसके जन्म से क्या लाभ ? पुरुष तो पृथ्वी के िंपड जैसा होता है जो पानी से भीजकर अपने आपको…