प्रतिफलन!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिफलन – Pratifalana. Results, Consequences. पारिश्रमिक या प्रतिदान “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिफलन – Pratifalana. Results, Consequences. पारिश्रमिक या प्रतिदान “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाववचन – Bhavavachan. Volitional speech. वचन; जो वीर्यान्तराय और मतिज्ञानावरण तथा श्रुतज्ञानावरण कर्मों के क्षयोपशम और अंगोपांग नामकर्म के निमित्त से होता है ” यह पौद्गलिक होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिजीवी गुण – Pratijeevee Guna. Opposite attributes (lacking qualities). वस्तु के अभाव स्वरूप धर्म को प्रतिजीवी गुण कहते हैं ” जैसे–आत्मा (जीव द्रव्य) में अचेतनत्व और मूर्तत्व नहीं होता हैं एवं पुदगल द्रव्य में चेतनत्व और अमूर्तत्व नहीं होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संविद् – Sanvid. Knowledge obtained by right method, the perceptive knowledge. जिससे यथार्थ रीति से वस्तु का ज्ञान हो उस ज्ञान को संविद् कहते हैं “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यमलीक–Yamaliik. Name of an omniscient personality in the assembly of Lord Mahavira. भगवान् महावीर के तीर्थ में हुए एक अन्कृत केवली”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रताड़ना – Prataadanaa. Harrasment, Scolding, Chiding. पीड़ित करना, सताना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भक्तामर कथा – Bhaktamara Katha. Name of tales written by Pandit Raymallaji and Jaichand Chhabda. पं. रायमल्ल (ई. १६१०) एंव पं. जयचन्द छाबड़ा (ई. १८१३) द्वारा रचित कथा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्पप्रकिर्णक विमान – Puspaprakirnaka Vimana. A type of heavenly abodes (scattered). विमान का एक भेद; श्रेणीबध्द विमानों के अन्तराल में बिखरे हुए पुष्पों की भांति पंक्ति रहित इधर उधर बिखरे हुए देव विमान “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] Supreme soul. संसारी जीवो मे से जो उत्कृष्ट आत्मा बन जाती है उसे परात्मा कहते है।