दश धर्मध्यान!
दश धर्मध्यान Ten types of religious observances. अपाय विचय, उपाय विचय, विपाकविचय, विराग विचय, लोक विचय, भवविचय, जीव विचय, आज्ञा विचय , संस्थान विचय और संसार विचय ये 10 धर्मध्यान है (प्रतिक्रमण ग्रन्थत्रयी से)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दश धर्मध्यान Ten types of religious observances. अपाय विचय, उपाय विचय, विपाकविचय, विराग विचय, लोक विचय, भवविचय, जीव विचय, आज्ञा विचय , संस्थान विचय और संसार विचय ये 10 धर्मध्यान है (प्रतिक्रमण ग्रन्थत्रयी से)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गति-अगति(सामान्य) Probability of getting any body form (Gati) by transmigration. किस स्थान से नारकर किस गति में जीव उत्पन्न हो सकता है और किसमें नहीं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पूर्वदिशा – Poorvadishaa. East-direction (for conducting relegious observances etc. all auspicious deeds). एक शुभ दिशा, सूर्योदय वाली दिशा, पूएव दिशा में मुख करके कृतिकर्म सामायिक आदि करना चाहिए “
गंगास्नान To take bath in the ganga river. गंगा नदी में जाकर स्नान करना । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भुमिनाश – Bhuminasha. Destruction of whole earth (before 49 days at the end of pancham kal. पंचम काल के अंत में ४९ दिन तक कुवृष्टियां होने से भूमि जलकर नष्ट हो जाति है इसे भुमिनाश कहते हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकाश – Prakasha. illamination, Light. Brilliance, Lustre. उजाला – सूर्य, चंद्रमा, विधुत, ज्ञान इत्यादि का प्रकाश “
खड्गपुरी A main city of Avarta country of east Videh (region). पूर्व विदेह में स्थित आवर्ता देश की मुख्य नगरी ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकृति विभाग (मूल/उत्तर ) – Prakrti Vibhaga (Mula/Uttara). Division of karmic natures (primary/second- ary). कर्म प्रक्रतियां के भेद; मूल कर्म प्रक्रतियां ८ एवं उत्तर कर्म प्रक्रतियां १४८ हैं “
दत्ति कर्म Some religious duties of householders. गृहस्थों का कर्तव्य । चार तरह का दान देना। पात्रों को भक्ति से एंव दुखियों को दया से। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
खलूरिका Armoury, Archery learning place, Parade ground. आयुधशाला, धनुर्विद्या सीखने का स्थान, परेड का मैदान । [[श्रेणी:शब्दकोष]]