दर्शनावरण – चतुश्क!
दर्शनावरण – चतुश्क A quartet (Chakshu, Achakshu, Avadhi & Keval) of conation obscurring Karmic nature. दर्शनावरणीय कर्म प्रकृति का चतुष्क-चक्षु, अचक्षु, अवधि व केवलदर्शनावरण। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शनावरण – चतुश्क A quartet (Chakshu, Achakshu, Avadhi & Keval) of conation obscurring Karmic nature. दर्शनावरणीय कर्म प्रकृति का चतुष्क-चक्षु, अचक्षु, अवधि व केवलदर्शनावरण। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीर संघात – Shareera Sanghaata. Karmic association of body. उदय को प्राप्त जिन कर्म स्कंधों को छिद्र रहित संशलेष किया जाता है उन पुदगल स्कंधों की ‘शरीर संघात’ यह संज्ञा है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पानक- Panaka. Liquid edible materials. आहार का एक भेद – स्वच्छ (गर्म जल), बदल (इमली का पानी), लेवड , अलेवड, ससिक्थ, असिक्थ ये ६ पानक कहलाते हैं”
चन्द्र परिवार Family of Indra ‘Chandra’ (an astral deity). ज्योतिषी देवों में चन्द्र नाम इंद्रा होता है , उसके परिवार में १ सूर्य , ८८ गृह, २८ नक्षत्र, ६६९७५ कोड़ाकोड़ी तारे होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पा़त्र :Worthy donees (spiritually pure one), utensils.दान के लिए पात्र (मोक्षमार्ग के पथिक) जो उत्तम, मघ्यम, जधन्य के भेद से तीन प्रकार के होते है। बरतन।
गोदोहन आसन A posture of sitting (like to milk). कायक्लेश का एक भेद ; गौ को दुहने की भाँति बैठना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तोरणद्वार Doors of Samavasharan (an assembly of Lord Arihant). समवशरण की आठ भूमियों के मूल में स्थित द्वार । जैसे – प्रथम धूलिशाल कोट की चारों दिशाओं में चार तोरणद्वार है इत्यादि । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पांडुकनिधि:One of the 9 treasures of chakravrti (emperor).चक्रवर्ती की 9 निधियोे मे एक निधि, धान्य को देने वाली।
त्रयोदश द्वीप 13 islands of middle universe. मध्यलोक के 13 द्वीप (प्रारंभिक) जम्बूद्धीप से लगाकर रूचकवर द्धीप, यहीं तक अकृतिम 458 जिनमंदिर है। तेरहद्वीप की रचना पूज्य गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से जम्बूद्वीप हस्तिनापुर में निर्मित हो रही है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]