त्रसत्व!
त्रसत्व Mobileness in the beings. जीवों के चलन की क्रिया , त्रस पर्यायपना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
त्रसत्व Mobileness in the beings. जीवों के चलन की क्रिया , त्रस पर्यायपना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमार्थ दोहा शतक: See- Paramartha Gita.देखें – परमार्थ गीत
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सादि स्थिति बंध – Saadi Sthiti Bandha. Rebinding of particular karmic duration i.e. rebinding of karmas in reference to Sthiti Bandh. विवक्षित कर्म की स्थिति के बंध का अभाव होकर पुनः उसके बंधने को सादि स्थितिबंध कहते हैं।
ऋक्षराज A member of Vanar dynasty. वानरवंश का एक सदस्य एंव नल, नील के पिता।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
देवचतुष्क Quartet of particular Karmic nature (reg. celestial beings). देवगति, देवगत्यानुपूर्वी , वैक्रियिक शरीर व वैक्रियिक अंगोपांग इन 4 कर्मप्रकृतियों का समूह। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दिशा- विदिशा Directions & subdirections. पूर्व पश्चिम आदि 4 दिशा एंव ईशान आग्नेय आदि 4 विदिशा कहलाती हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ऊर्ध्वगति Higher/Upper destinity, Upward motion, Vertical life course. जीव व पुद्गल का उर्ध्वगमन।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दृश्यचित्र Landscape painting, picturesque.दिखलाई देने वाला चित्र।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
उभय मन-वचन योग Bilateral vibration caused by mind and speech (in observing truth & false nature of substances). सत्य और असत्य दोनों रूप पदार्थ को जानने और कहने में जीव के मन वचन के प्रयत्न से आत्मप्रदेशों में होने वाला परिस्पंदन।[[श्रेणी:शब्दकोष]]