बीथी!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बीथी – Bithi Tract, Orbit. गली, मार्ग “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संख्या व्यभिचार – Sankhyaa Vyabhichaara. Wrong interpretation of numbers. एकवचन की जगह द्विवचन आदि का कथन करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रस्तार- प्रमाद के भंग निकालने की 5 विधियों में एक विधी; संख्या निकालने के क्रम को प्रस्तार कहते है। Prastara- Something related to mathematical calculation
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पनसा:A river of Bharat Kshetra Arya Khand (region). भरत क्षेत्र स्थित आर्यखण्ड की एक नदी ।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == सद्भाव : == किं तेणावि घडिज्जइ जो न हु सब्भावरसनिसित्तो वि। पुरिसो य पुहइिंपगे व मिज्जिओ अप्पमप्पेइ। —गाहारयणकोष : ६५ जो सद्भाव के रस से अभिसिंचित नहीं है, उसके जन्म से क्या लाभ ? पुरुष तो पृथ्वी के िंपड जैसा होता है जो पानी से भीजकर अपने आपको…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रश्न – पदार्थ को जानने की इच्छा होना। Prasna- Question, Desire to know something
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भंगविधि – Bhamgavidhi. A particular method for obtaining knowledge of something, synonym word for shrutgvan (scrip- tural knowledge). अहिंसा, सत्य, अस्तेय, शील आदि भंग का जिसके द्वारा विधान किया जाता है उसे भंगविधि अर्थात् श्रुतज्ञान कहते हैं “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == शौच : == समसंतोसजलेणं जो धोवदि तिव्व—लोहमल—पुंजं। भोयण—गिद्धि—विहीणो, तस्स सउच्चं हवे विमलं।। —समणसुत्त : १०० समता और संतोष के जल से जो तीव्र लोभ के मल—पुंज को धाया करता है, भोजन की लालसा से जो विहीन हुआ करता है, वह पवित्र शौच धर्म से संपन्न होता है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बड़- एक पेड़ का नाम जिसके फल अभक्ष्य कहे गये है। Bara- The Banyan Tree