उपशांतकर्म!
उपशांतकर्म Karmas existing but not fruitful. कर्म की शक्ति की अप्रगटता या फल न देना किन्तु सत्ता में बैठे रहना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपशांतकर्म Karmas existing but not fruitful. कर्म की शक्ति की अप्रगटता या फल न देना किन्तु सत्ता में बैठे रहना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
महापुराण- आचार्य जिनसेन कृत कलापूर्ण संस्कृत काव्य जिसे इनकी मृत्यु के पश्चात् इनके शिश्य आ0 गुणभद्र ने पूरा किया । जिनसेन वाले भाग का नाम आदि पुराण है जिसमें भगवान ऋषभ तथा भरत बाहुबलि का चरित्र चित्रित किया गया है। इसमें 47 पर्व तथा 15000 श्लोक है गुणभद्र वाले भाग का नाम उत्तर पुराण है…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बाधक- जो रुकावट को कारण हो जैसे, मिथ्यात्व कर्म सम्यक्त्व का बाधक है। Badhaka- Obstuctive, hindering, restrictive
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बादर-बादर- स्कंधो के 6 भेद; स्थूल स्थूल; वे पुद्गल स्कंध जो दो टुकडे़ किये जाने पर स्वयं न मिले जैसे- कागज, काष्ठ आदि। Badara- badara- Solid, Gross substance, A type of inadeshive materials
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बद्ध- बंधा हुआ, माहनीय कर्म से आवृत जीव को बद्ध कहते है। Baddha- Embodied, Restricted, Bounded
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रस्तार शय्या- शयन करने के षिलापê आदि। Prastara Sayya- Stone bed
उपलब्धिसमा जाति Parity per attainments . वादी द्वारा कहे जा चुके कारण के अभाव होने पर भी साध्य धर्म का उपलब्ध हो जाना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रश्नभाशा- भाशा का एक भेद; प्रष्न पूछना। Prasnabhasa- language of questioning, Interrogation
उपभोगान्तराय कर्मप्रकृति Obstructive karmas of enjoyment. अंतराय कर्म का एक भेद जो उपभोग पदार्थों के उपयोग में बाधा डाले।[[श्रेणी:शब्दकोष]]