संकोच विस्तार!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संकोच विस्तार – Sankoca Vistaara. The state of contraction & expansion of soul points of beings. जीव के प्रदेशों का संहार व विसर्पण ” दीप के प्रकाश के समान जीव के प्रदेशों का संकोच-विस्तार होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संकोच विस्तार – Sankoca Vistaara. The state of contraction & expansion of soul points of beings. जीव के प्रदेशों का संहार व विसर्पण ” दीप के प्रकाश के समान जीव के प्रदेशों का संकोच-विस्तार होता है “
थावर Stable object, One sensed immobile beings like inanimate objects. यहि एक प्राकृतिक शब्द है-इसका सामान्य अर्थ है स्थिर अथवा स्थावर वस्तु एंव स्थावर एकेन्द्रिय जीव (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, वनस्पति कायिक जीव) को भी थावर कहते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रेक्षण मण्डप- अकृत्रिम चैत्यालयों में मुख मंडप के आगे का मंडप। Preksana Mandapa- Front portion of natural temples
त्रैराशिक Rule related to three mathematical quantities. गणित संबंधी तीन राशियाँ- प्रमाण , फल व इच्छाराशि। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षण्मुख – Sanmukha. Name of the demigod of Lord Vasupujya. तीर्थंकर वासुपूज्य के शासन देव का नाम “
त्रिवेद The three Vedas, classification of three genders. स्त्री वेद, पुरूष वेद, नपुंसक वेद। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संभूत – Sanbhoota. Born from or originated from. बनाया हुआ या उत्पन्न किया हुआ “
आनन्दसागर(आचार्य) Name of a saint, the disciple of Acharya Shri Munisuvratsagar Maharaj. आचार्य श्री मुनिसुव्रतसागर महाराज के शिष्य (ई.श.20-21)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
दिक् Directions, A mountain situated in Lavan ocean. दिशाएँ, लवण समुद्र में स्थित एक पर्वत।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संभावना सत्य – Sanbhaavanaa Satya. Truth pertaining to probability or possibility. वस्तु के स्वभाव को कहने वाला वचन या जैसी इच्छा रखे वैसा कर सके यह संभावना सत्य है ” जैसे- इच्छा करे तो इन्द्र जम्बूद्वीप को पलट सकता है “