स्थूल ऋजुसूत्र नय!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थूल ऋजुसूत्र नय – Sthuula Rjusuutra Naya. A view point related to the gross momentary state of something (body etc).अनेक समयवर्ती स्थूल पर्याय को जो ग्रहण करे वह नय, जैसे मनुष्यादि पर्याय।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थूल ऋजुसूत्र नय – Sthuula Rjusuutra Naya. A view point related to the gross momentary state of something (body etc).अनेक समयवर्ती स्थूल पर्याय को जो ग्रहण करे वह नय, जैसे मनुष्यादि पर्याय।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीर कवि –ViraKavi. Name of a great writer of ‘JambusamiChariu’ जम्बुसमी चरिउ, अपभ्रंश भाषा बद्ध ग्रन्थ के कर्ता ” समय ई १०१९ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थिति बंध अध्यवसाय स्थान – Sthiti Bamdha Adhyavasaaya Sthaana. Passionful thoughts causing binding of karmas with the soul.स्थितिबंध के लिये कारणभूत आत्मा के कषाय युक्त परिमाण। इनको कषाय अध्यवसाय स्थान भी कहते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संजात – Sanjaata. Name of a the 5th Tirthankar (Jain Lord) of Videh Kshetra (region). विदेह क्षेत्रस्थ ५ वें तीर्थंकर इनका चिन्ह सूर्य एवं जन्म नगरी अलकापुरी हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थापना निक्षेप – Sthaapanaa Niksepa. Installation of a real form into its artificial one.धातु, काष्ठ, पाषाण आदि की प्रतिमा तथा अन्य पदार्थों मे यह वह है इस प्रकार की कल्पना करना स्थापना निक्षेप है।
चमू A division of army. सेना का एक अंग . इसमें ७२९ रथ , इतने ही घोड़े , ३६४५ प्यादे और इतने ही घुड़सवार सैनिक होते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सम्यगवघिज्ञान – Samyagavadhigyaana. Right clairvoyance. जो ज्ञान वस्तु के स्वरुप को न्यूवता रहित, अधिकता रहित, विपरीतता रहित, सन्देह रहित, जैसा का तैसा जानता है उसे सम्यज्ञान कहते है। अथवा वस्तु स्वरुप को यथार्थ रुप से जानना।
चेतन Sentient being, Rational, Psychical, Conscious. अनुभवरूप भाव का नाम चेतन है अथवा जाने वाला आत्मा , जीव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्त्री संसर्ग – Stri Samsarga. Sexual intercourse.पुरुष का स्त्री के साथ संभोग करना।
चतुर्मुख देव A writer who wrote ‘Padupachasi’ & ‘Harivanshpuran’. फ्दुपचासी एवं हरिवंश के कर्ता ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]