यशपाल!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यशपाल–Yashpaal. Name of an Acharya. मूलसंघ के एक आचार्य, अपरनाम जयपाल”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यशपाल–Yashpaal. Name of an Acharya. मूलसंघ के एक आचार्य, अपरनाम जयपाल”
चन्द्रशेखर A king of Vidyadhar descendant. विद्याधर वंश का एक राजा; विशालाक्ष विद्याधर का पुत्र ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मतंग – Matamga. Name of an omniscient, who got salvation within Antarmuhurt (a very short span of time). भगवान वीर के तीर्थ के 10 अन्तकृतकेवली में एक केवली “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पद्मदल: A cluster of Lotus flowers, Lotus petals. कमलो का समूह।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विष्णुकुमार –Visnukumara. A great saint; the son of Chakravarti (emperor) ‘Mahapadma; ultimately who got salvation. महापध्न चक्रवर्ती के पुत्र एक महामुनि ” अक्म्पनाचार्य के ७०० मुनियों के संघ पर बलि कृत उपसर्ग को अपनी विक्रिया ऋध्दी द्वारा दूर किया, अंत में तप कर मोक्ष गये “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धोपयोग – Shuddhopayoga. Passionless right conductful inclination. रागद्वेषादि रहित आत्मा के सन्मुख उपयोग, स्वानुभवरुप भाव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समकेन्द्रिय – Samakendriya. Those having same central point, concentric. एक ही केन्द्र हो जिनका।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == मोहनीय : == सेनापति निहते, यथा सेना प्रणश्यति। एवं कर्माणि नश्यन्ति, मोहनीये क्षयंगते।। —समणसुत्त : ६१३ जैसे सेनापति के मारे जाने पर सेना नष्ट हो जाती है, वैसे ही एक मोहनीय कर्म के क्षय होने पर समस्त कर्म सहज ही नष्ट हो जाते हैं।
घोषावती A musical instrument-a supernatural lute. चार द्रव्यों वीणाओं मने एक वीणा विष्णुकुमार मुनि द्वारा उपसर्ग हटाये जाने पर देवों ने यह वीणा पृथ्वी पर रहने वालों को दी थी ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैक्रियिक चतुष्क –VaikriyikaCatuska. A type of quartet pertaining to the transformable body (of deities & hellish beings) देवगति, देवगत्यानु पूर्वी, नरकगति, नरकत्यानुपूर्वी “