शुक्र (देव)!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुक्र (देव) – Shukra (Deva). An Indra of Shukra- Mahashukra heavens. शुक्र – महाशुक्र कल्प युगल का इन्द्र “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुक्र (देव) – Shukra (Deva). An Indra of Shukra- Mahashukra heavens. शुक्र – महाशुक्र कल्प युगल का इन्द्र “
एकत्ववितर्क अवीचार The absolute supreme meditation. अर्थ व्यंजन और योग की संक्रान्ति को हटाकर मन को निश्चल करके 12 वें गुणस्थान को प्राप्त करना और फिर ध्यान लगाकर पीछे नहीं हटना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुक्त जीव–Mukta jeev. Liberated soul. मोक्ष को प्राप्त जीव”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचिक व्युत्सर्ग– Vaachika Vyutsarga.: See- Vaachanika Vyutsarga. देखें – वाचनिक व्युत्सर्ग “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचाग्नि तप – Panchaagni Tapa. A type of austerity related to five types of fire. बालतप (मिथ्यातप); तापस 5 अग्नियों के मध्य बैठकर यह तप करते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रामकथा – आचार्य कीर्तिधर द्वारा विरचित जैन रामायण।इसके आधार पर रविशेणाचार्य ने पùपुराण व स्वंयभु कवि ने पउमचरिउ लिखे है। Ramakatha-A religious book (Jaina Ramayan) written by Acharya Kirtidhar
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचनिक – Vaachanika. Which can be expressed in words. वचनों के द्वारा किया जाने वाला या शब्दों में अभिव्यक्त “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचसूना – Panchasoonaa. 5 necessary household activities. कूटना, पीसना, चूल्हा जलाना, पानी भरना, झाड़ू लगाना, ये पंचसूना गृहस्थ द्वारा किये जाते हैं “
फलाकांक्षा Desire for getting worldly results. अनशन आदि में इहलौकिक फल की इच्छा रखाना । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वागभट्ट – Vaagabhatta.: Name of different poets. कवि -1. नेमि निर्वाण काव्य (ई.स. 1075-1125), 2.छंदानुशासन ,काव्यानुशासन के रचयिता (वि.श. 14 मध्यपाद) “