मनोवेग!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनोवेग – Manovega. Name of a weapon of Bharat Chakravarti (an emperor) , A king of Rakshas dynasty, Mental impulses. भरत चक्रवर्ती का अस्त्र , राक्षस वंश के संस्थापक राजा राक्षस का पिता , मन के उद्वेग “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनोवेग – Manovega. Name of a weapon of Bharat Chakravarti (an emperor) , A king of Rakshas dynasty, Mental impulses. भरत चक्रवर्ती का अस्त्र , राक्षस वंश के संस्थापक राजा राक्षस का पिता , मन के उद्वेग “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्राणघात- हिंसा; प्रामद से युक्त होकर जीवों का घात करना। Pranaghata- Killing of beings
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वृत्तिलाभ क्रिया –VrttilabhaKriya An act of consecration, to observe the vows taken before the spiritual teacher. दीक्षान्वय की ४८ क्रियाओ में एक क्रिया, गुरु के द्वारा प्रदत्त व्रता को धारण करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बहिर्चित्प्रकाश- बाह्य पदार्थो की ओर जिसकी दृटि हो। Bahircitprakasa- External knowledge
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विनयलालस – Vinayalalasa. Name of a saint among particular group of 7 saints. सप्त ऋषियों में एक, विनयलालस “
त्रिकोण रचना To pay reverence three times a day. उदयागत कर्म निषेकों की त्रिकोण रचना, एक एक घटता हुआ निषेक उदय में आना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बालक्रिया- मिथ्यादृष्टि अज्ञानी जीवों द्वारा की जाने वाली आत्मशून्य क्रिया। Balakriya- activities done by wrong believers
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नाना-जीव नाना-अजीव – Nana-Jiva Nana-Ajiva Theory of many animates and inanimates अनेक जीव और अनेक अजीव ”
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == श्रद्धा : == जं सक्कइ तं कीरइ, जं न सक्कइ, तयम्मि सद्दहणा। सद्दहमाणो जीवो, वच्चइ अयरामरं ठाणं।। —धर्म संग्रह : २-२१ जिसका आचरण हो सके, उसका आचरण करना चाहिए एवं जिसका आचरण न हो सके, उस पर श्रद्धा रखनी चाहिए। धर्म पर श्रद्धा रखता हुआ जीव भी जरा…