घोर तप!
घोर तप A supernatural power of doing hard penance even after illness. जिस ऋद्धि के प्रभाव से ज्वर आदि से पीड़ित होने पर भी साधु अत्यंत कठिन तप करने में सक्षम होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
घोर तप A supernatural power of doing hard penance even after illness. जिस ऋद्धि के प्रभाव से ज्वर आदि से पीड़ित होने पर भी साधु अत्यंत कठिन तप करने में सक्षम होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मच्छरसम श्रोता – Maccharasama Srota. A type of bad listener. अधम श्रोता का एक प्रकार “
देवसेन An Acharya, disciple of Veersen (Dhavalåkar).आचार्य ई. 820-870 मं वीरसेन (धवलाकार) के शिष्य महाधवल सिद्धांत 40,000 श्लोक के कर्ता। [[श्रेणी: शब्दकोष ]] या Father’s name of the 5th Teerthankar (Jaina-Lord) of Videh kshetra (region). विदेह क्षेत्र में स्थित 5 वें तीर्थंकर के पिता का नाम। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[श्रेणी:शब्दकोष ]] == कुशिष्य : == देंतोच्चिय उवएसं हवइ कयत्थो गुरु सुसीसाणं। विवरीयाण निरत्थो दिणयरतेओ व्व उलुयाणं।। —पउमचरिउ : ५०५ सुशिष्यों को उपदेश देने पर गुरु कृतार्थ होता है, किन्तु जिस तरह उल्लू के लिए सूर्य निरर्थक होता है, उसी तरह विपरीत अर्थात् कुशिष्यों को उपदेश देने पर वह निरर्थक हो जाता है।…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्रतिपक्षी – Sapratipaksee. Something with opposite property or nature. विरोधी धर्म, सत् सदा अपने प्रतिपक्षी की अपेक्षा रखता है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नंदिसंघ – Namdisamgha A group of Digambara jain Saints. दिगम्बर जैन साधुओं का एक संघ ”