ललितांग देव!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] ललितांग देव – सल्लेखना के प्रभाव से उत्पन्न एषान स्वर्ग का देव। ये ऋशभदेव भगवान के पूर्व का 9 वा भव है। Lalitamga Deva-Name of a heavenly deity, The pre birth soul of Lord Rishabdev
[[श्रेणी:शब्दकोष]] ललितांग देव – सल्लेखना के प्रभाव से उत्पन्न एषान स्वर्ग का देव। ये ऋशभदेव भगवान के पूर्व का 9 वा भव है। Lalitamga Deva-Name of a heavenly deity, The pre birth soul of Lord Rishabdev
ग्लान One having diseased body (reg. saint). रोगी साधु अथवा रोग आदि से क्रांत शरीर वाला ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोक्त्रत्व भोग्य भाव :See- Bhokta Bhogya Bhav. देखें – भोक्ता भोग्य भाव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लिंगशुद्धि – कर्मो को निर्मूल करना एवं जिनदेव कथित धर्म पर परमार्थभूत भक्ति प्रेम रखना।ऐसा करने वाले मुनियो में लिग शुद्धि होती है। Limgasuddhi-Absolute purity of the mind of a saint
गरूड़ध्वज Name of a city in the south of Vijayardh mountain. विजयार्ध की दक्षिण श्रेणी का एक नगर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संसारी – Sansaaree. Wordly beings. आठों कर्मों से लिप्त जीव अर्थात् जिन्होंने स्वभाव को प्राप्त नही किया है “
गर्दतोय A division of special heavenly deities (Laukantik). लौकान्तिक देवों का एक भेद ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकाम – Prakama. Name of the 4th pre-destined Rudra. भविष्यत् कालीन चौथे रूद्र का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सदृश – Sadrsha. Similar, The same, One of the 88 planets. समान, एक जाति के, 88 ग्रहों में 32 वां ग्रह “
गरूड़ Ruling demigod of Jaina Lord Shantinath, 4th Patal (layer) of sanatkumar heaven, Eagle or a large vulture. शांतिनाथ भगवान का शासन यक्ष. सनत्कुमार स्वर्ग का चौथा पटल. एक विशालकाय पक्षी ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]