फूर्इ!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] फूर्इ- फफूंद (फूर्इ या फफूंद वाला अन्न अभक्ष्य है)। Phui- Mould, Fungus
[[श्रेणी:शब्दकोष]] फूर्इ- फफूंद (फूर्इ या फफूंद वाला अन्न अभक्ष्य है)। Phui- Mould, Fungus
आनयन Ordering, Ordering someone to bring something from outside of his mental resolve. किसी वस्तु को मांगना गुणव्रत का पहला अतिचार-नियम लिए हुए स्थान के बाहर के कुछ मंगाना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तैजस शरीर बंध A kind of bond of lustrous molecules (reg. body). 5 प्रकार के बंधन नामकर्म के भेदों में एक भेद, गृहीत तैजस पुद्गल स्ंकधों का परस्पर मिल जाना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्षेप दर्शनार्य – Sanksepa Darshanaarya. A kind of noble persons having ability to apprehend right perception by brief exposition only. दर्शनार्य के 10 भेदों में एक भेद; पदार्थों के संक्षिप्त कथन से ही सम्यग्दर्शन को प्राप्त होने वाले जीव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधु- भई इत्यादि; सांसारिक बंधनों के निमित्तभमत व्यक्ति, ये सुख-दुख दोनों के कारण होते है। Bandhu- Relative or attached one
दर्शन कथा A sacred legend . सति मनोवती नामक एक कन्या द्वारा गजमोती चढ़ाकर जितेन्द्र भगवान के दर्शन करने की एक प्राचीन रोमांचक कथा जिस पर गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ने ‘प्रतिज्ञा’ नामक धार्मिक उपन्यास लिखा है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दक्षिणायन Period of the movement of the sun towards the south of equator (period between summer and winter solstices). सूर्य का ‘आदि ’ में पाया जाने वाला अयन दक्षिणायन एंव ‘अंन्त’ में पाये जाने वाला अयन उत्तरायन कहलाता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधहेतु- मिथ्यादर्शन, अविरति, प्रमाद, कषाय, और योग ये समस्त बन्ध हेतु अर्थात् बन्ध के कारण है। Bandhahetu- Causes (different type of nature) of binding of karmas
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रेक्षा ध्यान- ध्यान का एक भेद; श्वास अदि को देखते हुए ध्यान करना। Preksa Dhyana- perceptional meditation