भीमावलि!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भीमावलि – Bhimavali. Name of the first Rudra. प्रथम रूद्र, यह भगवान वृषभदेव के तीर्थ में हुआ था “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भीमावलि – Bhimavali. Name of the first Rudra. प्रथम रूद्र, यह भगवान वृषभदेव के तीर्थ में हुआ था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्तेयानंद – Steyanamda. To feel pleasure in theft.रौद्रध्यान के 4 भेदो मे एक भेद, चैर्यानंद। प्रमादपूर्वक दूसरे के धन को बलात् हरने का अभिप्राय रखना या उसमे हर्षित होना।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रेचानदी – मध्यप्रदेष की एक प्रसिद्ध नदी, इसके किनारे सिद्धवर कूट सिद्ध क्षेत्र है। Reva nadi-name of a holy river of madya Pradesha near Siddhvarkut , a place of pilgrimage
चित्रगुप्त Name of the 17th predestined Tirthankar (Jaina-Lord). भावी सत्रहवें तीर्थंकर का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राक्षसी विद्या – मेघवाहन विद्याघर को राक्षसो के इन्द्र भीम व सुभीम से प्राप्त एक विद्या। Raksasi Vidya-A super power possessed by Raksasa (Demon)
चित्रकूट Name of a city, A city in the south of Vijayardh mountain. एक शहर का नाम , विजयार्द्क की दक्षिण श्रेणी का एक नगर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] ललित कीर्ति – यषकीर्ति न 3 के गुरू और रत्ननंदी द्वि के षिक्षा गुरू। समय ई – 1214, काश्ठसंघी जगतकीर्ति के षिश्य एक मंत्रवादी। कृति महापराण टीका। नंन्दीष्वर व्रत आदि 13 कथाएं। Lalitakirti-Name of saints-(1) Spiritual teacher of ratnanandi-II (2) The disciple of Jagatkirti of Kashtha Group
चेटक A king of Vaishali who was maternal grand father of Lord-Mahavira, A male servant. वैशाली नगर के राजा व भगवान महावीर के नाना , सेवक , दास ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रश्मिवेग – पुश्कलावती के विजयार्ध पर त्रिलोकोत्तम नगर के राजा विद्युतगति का पुत्र था।युवावस्था में दीक्षित हुआ, योग में लीन स्थिति में एक अजगर निगल गया।समाधिपूर्वक मरने से अच्यूत स्वर्ग के पुश्कर विमान मे देव हुअ्रा। Rasmivega-The son of kind Vidyutgati of Trilokottam city situated in Pushkalavati country of Vijayardh mountain