बन्ध सान्त!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बन्ध सान्त- जि कर्म प्रकृतियों का बंणना आगे के लिए रुक गया है। Bandha Santa- binding of karmas with end
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बन्ध सान्त- जि कर्म प्रकृतियों का बंणना आगे के लिए रुक गया है। Bandha Santa- binding of karmas with end
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भिन्न परिकर्माष्ठक – Bhinna Parikarmastaka. Different type of mathematical operations ap- plied over a fraction. अंश व हर का संकलन, व्यवकलन, गुणकार, भागहार, वर्ग, वर्गमूल, घन और घनमूल करना “
देवद्रव्य (देवधन) Offering auspicious substances for worshipping Lord. पूजा, चैत्यालय आदि के निमित्त अर्पण किया हुआ द्रव्य । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राषि – अंक या संख्याएं ज्यातिश्चक्र की बारह राषियां। जो जन्मकुडली एवं पंचाग आदि से ज्ञात की जाती है। Rasi-Any number of quantity, the sign
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूचकाभ – कुण्डलवर पर्वत का एक कूट। Rucakabha-name of a summit of Kundalvar Mountain
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बादरकृष्टि – 9 वें गुणस्थान में संज्वलन क्रोध, मान, माया, लोभ का अनुभाग घटाकर स्थूल खण्ड करना। Badarakristi- Gradual destruction of gross passion
[[श्रेणी:शब्दकोष]] यषोभद्र – श्रुतकेवली भद्रबाहु द्वि के गुरू जो आचारांग के गुरू थे। समय ई पू 53 – 35 Yoshobhadra and another name of Acharya Bhadrabahu (II)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रहरा- भरत क्षेत्र सिथत आर्यखण्ड की एक नदी। Prahara- Name of a river of Bharat khsetra Arya khand region
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युग – दो कल्पो का एक युग होता है काल एवं क्षेत्र का प्रमाण चिषेशं। Yuga-Measurement unit of time & area