ततक!
ततक The first Patal (layer) of the 2nd hell. द्वितीय नरक का प्रथम पटल। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
ततक The first Patal (layer) of the 2nd hell. द्वितीय नरक का प्रथम पटल। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विभंग ज्ञान – Vibhamga Jnana. Faise clairvoyance. मिथ्या अवधिज्ञान “
छायावत् Liberated soul, like reflected image. मुक्तजीव ; छाया के प्रतिबिम्ब के समान पुरूष के आकार को धारण करने वाला ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तंतुचारण ऋद्धि A supernatural power for becoming so small as to walk on the spider’s web. ऋद्धिः जिसके प्रभाव से मुनिजन अति लघु होकर मकड़ी के तंतु के ऊपर चरण रखमे हुए उसे बिना बाधा पहुँचाये गमन करते हैं। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाषा द्रव्य वर्गंणा – Bhasha Dravya Vargana. One of the aggregates of karmic molecules; causing formation of speech. १३ पुद्ग्ल स्कंध वर्गंणाओं में एक; इसी से वचन बनते हैं, एक-एक वर्गणा में अनंत परमाणु होते हैं “
जम्बूस्वामीचरित्र Name of a book written by Pandit Rajmalla. पं. राजमल (ई. १५७५-१५९३) द्वारा रचित संस्कृत काव्य , इसमें २४०० पद एवं १३ सर्ग हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ठकाप्पा (कवि) Name of a Marathi poet. एक मराठी कवि जिन्होंने पाण्डव पुराण की रचना की । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव लोभ विवेक – Bhava Lobha Viveka. Wisdom of abstinence from delusion or greed. यह मेरा है’ इस तरह की मोह्जन्य परिणति को न होने देना “
छिद्र(घटाछिद्र) Hole, opening, A type of listener, totally unable to understand any preaching. छेद, श्रोता का एक भेद- जिसके हृदय में कुछ भी उपदेश नहीं ठहरे ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वानशन – Sarvaanashana. A type of great austerity pertaining to renunciation of food upto holy death. अनषन तप के दो भेदों में एक भेद, मरण समय में अर्थात् सन्यास काल में मुनि सर्वानषन तप करते है। भक्तप्रत्याख्यान, इंगिनीमरण, प्रायोपगमनमरण अथवा अन्य भी अनेकों प्रकार के मरणों में जो मरण प्र्यत आहार का त्याग करना…