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ण The fifteenth consonant of the Devanagari syllabary. देवनागरी लिपि का पन्द्रहवाँ व्यंजन अक्ष्सार, इसका उच्चारण स्थान मूर्धा है। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
ण The fifteenth consonant of the Devanagari syllabary. देवनागरी लिपि का पन्द्रहवाँ व्यंजन अक्ष्सार, इसका उच्चारण स्थान मूर्धा है। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुचिशाल – Shuchishaala. The 67th chief disciple of Lord Rishadev. भगवान ऋषभदेव के 67 वें गणधर “
एकपर्वा A supernatural knowledge of medicine. एक औषधि विद्या जो नमि, विनमि को देवियों से मिली थी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
देवयश Name of the 19th Teerhankar (Jaina Lord) of Videh kshetra (region). विदेह क्षेत्र में स्थित 19 वें तीर्थंकर का नाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुक्र – Shukra . Name of the 87th planet, the 9th heaven and the first Indrak (layer) of shukra heaven. 87वां ग्रह, 9वां स्वर्ग, शुक्र स्वर्ग का प्रथम इन्द्रक “
एकद्रव्य Unitariness in matters. धर्म, अधर्म और आकाश ये तीनों द्रव्य की अपेक्षा एक ही है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचिक विनय – Vaachika Vinaya.: To pay reverence to saints by eulogical speech. उपचार विनय का एक भेद; उपशांत ,सावद्य क्रियारहित, अभिमान रहित वचन गुरुओं –साधुओं के सामने बोलना “
थावर Stable object, One sensed immobile beings like inanimate objects. यहि एक प्राकृतिक शब्द है-इसका सामान्य अर्थ है स्थिर अथवा स्थावर वस्तु एंव स्थावर एकेन्द्रिय जीव (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, वनस्पति कायिक जीव) को भी थावर कहते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]