उपभोग-परिभोग-परिमाण व्रत!
उपभोग-परिभोग-परिमाण व्रत Vow of limiting consumption and enjoyment . 4 शिक्षाव्रतों का एक भेद कुछ समय अथवा जीवन पर्यंत के लिये उपभोग-परिभोग पदार्थों का परिमाण करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपभोग-परिभोग-परिमाण व्रत Vow of limiting consumption and enjoyment . 4 शिक्षाव्रतों का एक भेद कुछ समय अथवा जीवन पर्यंत के लिये उपभोग-परिभोग पदार्थों का परिमाण करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपयुक्त नोआगम भाव मंगल That which are suitable in volitional auspicious-ness. जो आगम के बिना ही मंगल के अर्थ में उपयुक्त है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विवृत योनि – Vivrta Yoni. Opened female genital organ. योनि के ९ भेदों में एक भेद; खुला हुआ उत्पत्तिस्थान “
उपपादक्षेत्र Regional place of birth (of Indras etc.). उपपाद का क्षेत्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
एकीभावस्त्रोत्र A philosophical hymn written by Acharya Vadiraj. आचार्य वादिराज (ई. सन्. 1010-1065) कृत संस्कृत स्तोत्र जिसकी रचना करते हुए उनके शरीर का कुष्ठ रोग दूर हो गया था।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
एकान्तभावात्मक Merely existent, Lonely. एकान्त भाव से सहित।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विमलवाहन – Vimalavahana. Name of the 7th kulkar and the 11th predes-tined Chakravarti. (emperor). सातवे कुलकर – मनु, इन्होंने जनता को हाथी – घोड़े आदि की सवारी का उपदेश दिया ” आगामी ११ वें चक्रवर्ती “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावपूजा – Bhavapuja. Subjective worshipping, Psychical worshipping. अर्हन्तादि के गुणों का चिन्तन करना “