समवाय!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समवाय – Samavaaya. An assemblage, a collection, a multitude (in separable). सम्मिश्रण, संयोग, समूह, तादात्मय, न छूटने वाला, अपृथक्पना और अयुतसिद्वपना।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समवाय – Samavaaya. An assemblage, a collection, a multitude (in separable). सम्मिश्रण, संयोग, समूह, तादात्मय, न छूटने वाला, अपृथक्पना और अयुतसिद्वपना।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रह्मसेन – Brahmasena. Name of the preceptor of Acharya Veersen. आचर्य वीरसेन के गुरु तथा जयसेन जी के शिष्य (ई. १०१३ ) का नाम “
चारित्रमोहनीय कर्म Conduct deluding Karmas. चारित्र या आचरण को मोहित करने वाला कर्मा ; मोहनीय कर्मा का एक भेद , जिसके उदय से जीव के असंयम भाव होता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समाहार – Samaahaara. A collection, an aggregate, name of a female divinity of Ruchak mountain. समूह, रुचक पर्वत निवासिनी दिक्कुमारी देवी।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शूद्र (कारू) – Shudra (Kaaroo). See- Shudra. धोबी आदि शूद्र (कारू) कहलाते हैं ” स्पृश्य तथा अस्पृश्य इसके दो भेद है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्तोक -Stoka. A small unit of time period required in 14 breathing cycle.काल का प्रमाण विशेष, 14 उच्छ्वास निश्वासो मे लगने वाला समय। इसे लव या नालिका भी कहते है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विभाव पुद्ग्ल – Vibhava Pudgala. Assimilated particles of any pudgal (matter). पुद्ग्ल द्रव्य की दो भेदों में एक भेद; परमाणु ‘स्वभाव पुद्ग्ल’ और स्कंध ‘विभाव पुद्ग्ल’ हैं “
चय Common difference , Loss or gain, Heap, Platform. दो गणितीय पद के बीच का अंतर , श्रेणी व्यवहार गणित में समान हानि या समान वृद्धि के परिणाम को चय कहते हैं , ढेर , ऊँचा स्थान आदि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समाधान – Samaadhaana. Soluction (of a problem), Deep meditation or contemplation. किसी समस्या का उपाय या हल, उत्तम परिणामों मे चित्त को स्थिर रखना समाधान है।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यशस्तिलकचंपू–Yashastilakchampu. Name of a composition composed by Acharya Somdev. आचार्य सोमदेव द्वारा ई.943–968 में रचित संस्कृत भाषाबद्ध चंपू काव्य जिसमे यशोधर महाराज का जीवन चित्रित किया गया है”