विर्याचार!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विर्याचार –Viryacara. One of the 5 conducts – conduct with spiritual strength. ५ आधारों में एक आचार, अपनी शक्ति को न छिपाकर उत्साहपूर्वक आत्मबल के साथ चरित्र पालना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विर्याचार –Viryacara. One of the 5 conducts – conduct with spiritual strength. ५ आधारों में एक आचार, अपनी शक्ति को न छिपाकर उत्साहपूर्वक आत्मबल के साथ चरित्र पालना “
चतुर्दश पूर्वित्व A type of supernatural power possessed by great saints (Shrut Kevalis). एक प्रकार की ऋद्धि. द्वादशांग श्रुतज्ञान को धारण करने वाले महर्षि अर्थात् श्रुतकेवली इस ऋद्धि के धारी होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मीना–Miina. Name of the chief Aryika (Ganini) in the assembly of Lord Suparshvnath. तीर्थंकर ससुपार्श्वनाथके समवशरण में विघमान 3 लाख तीस हजार आर्यिकाओ में मुख्य आर्यिका (गणिनी)”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संरंभ – Sanranbha. Resolution for some activity. जीवाधिकरण का एक भेद; कार्य करने का संकल्प करना “
देह Body, a type of peripatetic celestial. शरीर, काया, पिशाच, जातीय व्यंतर देवों का एक भेद।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भुमिशुध्दि – Bhumishudhi. Act of purification of Lord of Land with religious obser- vances. पूजा – विधान – मंत्र आदि से भूमि शुद्ध करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संयतासंयत – Sanyataasanyata. One having control & restraints with minor vows. एकदेश रूप व्रतों के या अणुव्रत के धारक जीव ” व्रती श्रावक, क्षुल्लक व ऐलक ये संयतासंयत कहलाते हैं “
गंधकुटी Seat of Lord in Samavashran – the holy assembly of Jaina lord. समावशरण के मध्य भगवान के बैठने का स्थान । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
एकसंग्रह Acceptance of a devotee. प्रतिचारक मुनियों की स्वीकृति पूर्वक एक आराधक का ग्रहण।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
देशातिचार A type of infraction related to mind, speech and body. अतिचार का एक भेद मन, वचन, काय तथा कृत, कारित, अनुमोदना के भेद से देशातिचार अनेक प्रकार का है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]