ईर्यासमिति!
ईर्यासमिति Carefulness in walking. देखें – ईर्यापथशुद्धि यह मुनियों का एक मूलगुण है 5 समितियों में प्रथम समिति।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ईर्यासमिति Carefulness in walking. देखें – ईर्यापथशुद्धि यह मुनियों का एक मूलगुण है 5 समितियों में प्रथम समिति।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
खरतरगच्छ A group of shvetambar Jain saints. श्वेताम्बरों के विविध गच्छों में एक । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
दयादत्ति To be kindful to others. अनुग्रह करने योग्य प्राणियों के समूह पर दयापूर्वक मन, वचन, काय की शुद्धि के साथ उनके भय को दूर करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिश्रुति – Pratishruti. Name of the 1st kulkar (ethical founder). भरतक्षेत्र के प्रथम कुलकर थे, सूर्य चंद्रमा को देखकर-भयभीत हुए लोगों के भय को इन्होंने दूर किया था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संस्थान – Sansthaana. The figure of beings etc., An institute. आकृति को संस्थान कहते हैं (जीवों का गोल, त्रिकोण आदि आकार), संस्था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिलोम क्रम – Pratiloma Krama. Inverse order. विपरीत क्रम, विशेष की मुख्यता और सामान्य की गौणता करने से जो अस्ति-नास्ति रूप वस्तु प्रतिपादित होती है उसे प्रतिलोम क्रम कहते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिमा विज्ञान – Pratimaa Vigyaan. Iconography. प्रतिमा (मूर्ति) के नाप तौल आदि की जानकारी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] ललितांग देव – सल्लेखना के प्रभाव से उत्पन्न एषान स्वर्ग का देव। ये ऋशभदेव भगवान के पूर्व का 9 वा भव है। Lalitamga Deva-Name of a heavenly deity, The pre birth soul of Lord Rishabdev
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिभाग – Pratibhaaga. Division, portion. प्रत्येक भाग, हिस्सा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लिंगशुद्धि – कर्मो को निर्मूल करना एवं जिनदेव कथित धर्म पर परमार्थभूत भक्ति प्रेम रखना।ऐसा करने वाले मुनियो में लिग शुद्धि होती है। Limgasuddhi-Absolute purity of the mind of a saint