शेषवती!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शेषवती – Sheshavatee. Name of female divinity of Ruchak mountain. रुचक पर्वत निवासिनी दिक्कुमारी देवी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शेषवती – Sheshavatee. Name of female divinity of Ruchak mountain. रुचक पर्वत निवासिनी दिक्कुमारी देवी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थूल -स्थूल – Sthuula-Shuula. Solid materials (which can not be rejoined on breaking).स्कंध के 6 भेदो मे अंतिम भेद। जो स्कंध टूटने पर स्वंतः नही जुड़ सकते ऐसे काष्ठ, पत्थर आदि।
त्रसदशक Ten types of particular Karmic nature (related to mobile beings-Trasa). त्रस , बादर, , पर्याप्त , प्रत्येक, स्थिर, शुभ, सुभग, सुस्वर, आदेय, यशः कीर्ति कर्म प्रकृतियाँ। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुभुक्षा काल – Bubhuksa Kala. Period of hunger. भिक्षा योग्य एक काल; भूख की तीव्रता , मन्दता एंव स्वास्थ्य आदि का विचार करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थिति खंड – Sthiti Khamda. Destruction of Karmic binding with soul.ऊपर के कर्म निषेको को नीचे के निषेकरुप परिणमा कर स्थिति को धटाना।
त्रैलोक्य दीपक A book written by Vamdeva. वामदेव (ई. 13-14) द्वारा रचित एक ग्रंथ। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संज्ञी – Sangyee. Beings with consciousness. पंचेन्द्रिय सैनी अर्थात् मन सहित पंचेन्द्रिय जीव; जो शिक्षा उपदेश आदि ग्रहण करते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थिति – Sthiti. Situation, circumstances karmic state (reg. duration of karmas).ठहरना, कर्मों के अवस्थान काल का नाम स्थिति है।
त्रिषष्ठि शलाका पुरूष Sixty three great personages (who attain salvation through any birth). 24 तीर्थंकर + 12 चक्रवर्ती +9 नारायण +9 प्रतिनारायण +9 बलभद्र ये 63 महापुरूष 63 शलाकापुरूष कहलाते है। प्रथमानुयोग के ग्रंथों में इनका वर्णन पाया जाता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चयधन Sum of common differences. सर्व स्थानों में जो-जो चय बढ़े उन सब चयों का जोड़ जो प्रमाण हो ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]