भाषा समिति!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाषा समिति – Bhasha Samiti. Virtue of a saint; using polite language. ५ समिति में एक; हित-मित –प्रिय वचन बोलना, यह साधुओं का एक मूलगुण है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाषा समिति – Bhasha Samiti. Virtue of a saint; using polite language. ५ समिति में एक; हित-मित –प्रिय वचन बोलना, यह साधुओं का एक मूलगुण है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय उपगूहन – Nishchaya Upgoohana. Absolutely free from all passion. मुनि अवस्था में सिद्धों की अर्थात् शुद्धात्मा की भक्ति से युक्त होना और रागादी भावों से युक्त नहीं होना अर्थात् अपने निरंजन-निर्दोष आत्मा को दूषित करने वाले मिथ्यात्व रागादि विभावधर्मों का विनाश करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नंदिप्रभ – Namdiprabha A protecting deity of north Nandishvardvip (island). उत्तर नन्दीश्वर द्वीप का एक रक्षक देव ”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शशि – Shashi. The Moon, A king of Ikshvaku dynesty. चंद्रमा, इक्ष्वाकुवंशी एक राजा जो रवितेज का पुत्र था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निवृत्त्यपर्याप्त – Nirvrttyapaparyaapta. Period of completion of eligible state (i.e. 6 Paryaptis) for body making in (Antarmuhurta). पर्याप्ति नामकर्म के उदय से युक्त जीव के जब तक शरीर पर्याप्ति पूर्ण न हो उतने काल तक उसे निर्वृति अपर्याप्त कहते है (अर्थात्एक समय कम शरीर-पर्याप्ति सम्बन्धी अन्तर्मुहूर्त पर्यत्न काल)” इस अवस्था को सर्वज्ञ ही जानते…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] Visual charm, beautiful in looks & pleasing to the heart. प्रियदर्शन; आंखो को प्रसन्न करने वाला अर्थात सुंदर लगने वाला “
उपशामक Calming, Pacifying . जो जीव कर्मों के उपशामक करने में व्यापार करते हैं उन्हें उपशामक कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नंदनवन – Namdanavana A forest of sumeru mountain. सुमेरु पर्वत का दितीय वन, जिसकी चारो दिशाओं में चार चौत्यालय हैं ”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकोत्तर शरण –Lokottara Sharan The supreme resort ,the shelter of Panch Parmeshthis . पंच परमेष्ठी आदि लोकोत्तर शरण हैं “जिनकी शरण लेकर लोक अर्थात् संसार को पार किया जाता है “