त्रिवर्ण!
त्रिवर्ण Three caste divisions (Kshatriya, Vaishya and Shudra). क्षत्रिय , वैश्य और शुद्र ये तीन वर्ण। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
त्रिवर्ण Three caste divisions (Kshatriya, Vaishya and Shudra). क्षत्रिय , वैश्य और शुद्र ये तीन वर्ण। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चैत्यप्रासाद भूमि The first land of Samavasharan (the holy assembly of Lord Arihant). सम्वशरण की प्रथम भूमि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वज्ञदेव – Sarvagyadeva. Omniscience (Lord Arihant, Siddha). केवली आप्; जो त्रिकालवर्ती गुण पर्यायो से संयुक्त समस्त लोक और अलोक को प्रत्यक्ष जानते है वह सर्वज्ञदेव है अर्थात् अर्हत व सिद्व।
चूर्णिका Pounded rice or grain. भेद का एक प्रकार ; उड़द मूंग आदि का जो खंड किया जाता ह.ई , वह चूर्णिका है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सरीसृप – Sareesripa. A reptile, crawing beings. पानी मे रहने वाला एक प्रकार का सर्पः एक तिर्यच जीव। इसकी उत्कृष आयु 9 पूर्वाग की है एवं जघन्य आयु अन्तर्मुहूर्त की है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संरक्षणानंद – Sanraksanaananda. To worry for prosperity. रौद्रध्यान का एक भेद; धन के उपार्जन एवं संरक्षण आदि का चिंतन करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सयोगकेवली – Sayogakevalee. An omniscient possessing physical presence. सशरीरी परमात्मा। 13 वें गुणस्थान मे अरहंत परमात्मा जो अनंत चतुष्टय सहित परमौदारिक देह सहित है, जिनका उपदेष व विहार होता है।
चामत्कारिक Astonishing, Amazing, Surprising. आश्र्चर्य या अतिशयकारी ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पृष्ठता – Spastataa. Clearness, Unambiguity, Obviousness.निर्मलता, विशदता, स्पष्टता एकार्थवाची है।