द्रव्य सामायिक!
द्रव्य सामायिक Physically avoiding all evils. चेतन- अचेतन द्रव्यों में इष्ट – अनिष्ट रूप विकल्प नहीं करना द्रव्य सामायिक है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्य सामायिक Physically avoiding all evils. चेतन- अचेतन द्रव्यों में इष्ट – अनिष्ट रूप विकल्प नहीं करना द्रव्य सामायिक है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
एक क्षेत्रावगाह Occupency of matters (at a common space), A relation of togetherness. एक- संबंध – एक स्थान पर साथ रहने वाले द्रव्य।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावास्त्रव – Bhavasrava. Flowing of Karmas. आत्मा के जिस परिणाम से पुदगल द्रव्य कर्म बनकर आत्मा में आता है उस परिणाम को भावास्त्रव कहते हैं “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमार्थ सत्य:Ultimate truth, Transcendental realm of truth. अंतिम सत्य, परम सत्य ।
द्रव्य विशेष Excellence of a matter. जीव पुद्गलादि में अमूर्तिक-मूर्तिक विशेष धर्म । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधक श्रावक – Saadhaka Shraavaka. A type of householder (votary) who renounces all the attachments (from body, food etc.) for holy death (samadhi). श्रावक के तीन भेदो मे एक भेद। जो श्रावक जीवन के अंत मे शरीर, आहार आदि से ममत्व छोड़कर आत्म शुद्वि के लिए समाधिमरण की साधना करता है। उत्कृष्ट श्रावक के…
द्रव्य प्रत्याख्यान Resolution for the renunciation of non-acceptable matters. अयोग्य आहार, उपकरण वगैरह पदार्थों को ग्रहण नहीं करूँगा ऐसा संकल्प करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सात स्वप्न – Saata Svapna. Seven dreams (seen by Narayan’s mother and by king shreyans). नारायण की माता के 7 स्वप्न- सूर्य, चन्द्रमा, दिग्गजों द्वारा लक्ष्मी का अभिषेक, आकाश से नीचे आता विमान, दैदीप्यमान अग्नि, रत्न राषि, मुख मे प्रवेष करता सिंह। राजा श्रेयांस के 7 स्वप्न- सुमेरु पर्वत, आभूषण से सुशेभित कल्पवृक्ष, किनारा…
द्रव्य निबंधन Binding of two matters. जो द्रव्य जिन द्रव्यों का आश्रय करके परिणमन करता है , अथवा जिस द्रव्य का स्वभाव द्रव्यान्तर से प्रतिबद्ध है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तीर्थकाल Governing era (discipline period) of Lord. तीर्थकरों का शासन वर्तमान में महावीर स्वामी का तीर्थकाल चल रहा है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]