द्वितीयगुण!
द्वितीयगुण Second stage of virtues. भाग जघन्य गुण में अविभाग प्रतिच्छेद की वृद्धि होने पर गुण की द्धितीयादि अवस्था विशेषों को द्वितीय गुण आदि संज्ञा होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वितीयगुण Second stage of virtues. भाग जघन्य गुण में अविभाग प्रतिच्छेद की वृद्धि होने पर गुण की द्धितीयादि अवस्था विशेषों को द्वितीय गुण आदि संज्ञा होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वादशी व्रत Twelve Jaina vows for twelve years. 12 वर्ष तक प्रति वर्ष भाद्रपद शु. 12 को उपवास करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विपलांश – Vipalamsha. A kind of time unit. काल का एक प्रमाण, ५४०००० प्रतिविपलांश = विपलांश “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पृथिवी जीव – Prthivi Jiva. One transmigrating into the form of earth bod-ied being. जो जीव पृथिवीकायिक में उत्पन्न होने के लिए विग्रहगति में जा रहा है, उसे पृथिवी जीव कहते हैं “
आलोक Light, Whole world, Vision. प्रकाश, लोकपर्यंत, आलोक का दर्शन भी है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चतुष्पाद Name of a planet, Quadruped-any animal with four legs. एक गृह का नाम ,चार पैर वाले जीवों को भी चतुष्पाद कहते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समयसार (शास्त्र) – Samayasaara (shaastra). Name of a great metaphysical treatise written by Acharya Kundkund. आचार्य कुन्दकुन्द (ई.127-179) कृत आध्यात्मिक कृति। अमृतचंद्रसूरी के अनुसार इसमें 415 प्राकृत गाथा निबद्व है एवं श्री जयसेनाचार्य के अनुसार 437 गाथाएॅ है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैयावृर्त्ति –Vaiyavrtti Pious service to the saints. साधूसुश्रूषा, सेवा, उपचार, गुरु के अनुकूल परवर्ती करना “
चामर Name of the chief disciple of Lord Padmaprabhu. पद्मप्रभु भगवान के मुख्य गणधर का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मध्यम प्रोषधोपवास – Madhyam prosadhopvassa. A type of fasting – renunciation of all kind of food except water to be observed on Ashtami, chaturdashi. अष्टमी, चतुर्दशी के दिन जल को छोडकर शेष आहार का त्याग करना “