रत्नराषि!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नराषि – चमकते हुए रत्नो का ढेर जो कि तीर्थकर की माता कांे 15 स्वप्न के रूप् मे दिखाई देते है जिसका अर्थ पुत्र गुणों की खान होगा। Ratnarasi- Sparkling jewels (the 15th dream mark of lord’s mother)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नराषि – चमकते हुए रत्नो का ढेर जो कि तीर्थकर की माता कांे 15 स्वप्न के रूप् मे दिखाई देते है जिसका अर्थ पुत्र गुणों की खान होगा। Ratnarasi- Sparkling jewels (the 15th dream mark of lord’s mother)
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मोषवचन–Moshavachan. Speech causing stealing. असत्य वचन; चोरी में प्रवृत्ति कराने वाले वचन”
तत्वोपदेशकृत One who reveals the real nature of things. तत्वों का उपदेश करना। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नत्रयचक्र यंत्र – एक यंत्र, जिस पर रत्नत्रय चक्र के मंत्र विभिन्न रेखाकृतिया बनाकर चित्रित किए जाते है। Ratnatrayacakra Yantra-A type of metallic engravd with some auspicious mystic words & diagrams
जघन्य युक्तानंत A mathematical term (reg. numbers). जघन्य परितानंत की दो बार वर्गित संवार्गित राशि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तत्वज्ञानतरंगिनी Name of a book written by Acharya Gyanbhushsan. आचासर्य ज्ञानभूषण (ई.1447-1495) द्वारा रचित शुद्ध चैतन्य प्रतिपादक ग्रंथ। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लतागृह – भवनवासी देवो के भवनो मे बना एक गृह। Latagrha-A part of the palace of residential deities
ज The eighth consonant of the Devanagari syllabary. देवनागरी वर्णमाला का आठवाँ व्यंजन , इसका उच्चारण स्थान तालु है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तत्वनिर्णय A book written by Acharya Shubhchandra. आचार्य शुभचन्द्र (ई.-1556) द्वारा रचित एक याय विषयक ग्रंथ। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विलेपन – Vilepana. Smearing, To apply scenty material on body. शरीर पर चंदन व कुंकुम आदि सुगंधित पदार्थ का लेपन करना “