खन्डिका!
खन्डिका A city in north of vijayardh mountain. विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर, दूसरे नरक का छठा इन्द्रक बिल ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
खन्डिका A city in north of vijayardh mountain. विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर, दूसरे नरक का छठा इन्द्रक बिल ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विद्या कर्मार्य – Vidya Karmarya. Noble persons having profession of teaching for their livelihood. गणित शास्त्र, आलेख्य, पठन, पाठन आदि ७२ कलाओं द्वारा आजीविका करने वाले आर्य पुरुष “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिवासुदेव – Prativaasudeva. Another name of Pratinarayana. प्रतिनारायण का अपरनाम “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मोह– Moha. Delusion, Attachment. सांसारिक वस्तुओ में ममत्व या मूर्छा भाव”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिमायोगी मुनिक्रिया – Pratimaayogee Munikriyaa. A type of procedural devotional prayer to be observed by saints involved in deep meditation. कृतिकर्म; सिद्धभक्ति, योगभक्ति, शान्ति भक्तिपूर्वक प्रतिमायोग में रत मुनियों की वंदना करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विध्यात संक्रमण – Vidhyata Sankramana. A type of transition (reg. soul with low purity). संक्रमण के ५ भेदों में एक भेद; मंद विशुध्दता वाले जीव की स्थिति – अनुभाग को घटाने रूप भूतकालीन स्थितिकाण्डक – अनुभागकाण्डक तथा गुणश्रेणी आदि परिणामों में प्रव्रत्ति होना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भैंससम:A type of listener who grasps less. श्रोता का एक प्रकार; जैसे भैंसा थोडा सा पानी पीकर बाकी सारा पानी गंदा कर देता है उसी तरह अल्प ग्रहण करने वाले श्रोता “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यत्याचार–Yatyachar. Name of a book written by Acharya Padmanandi – 7, Well conduct of saints, Great treatises containing description of saints’ conduct. आचार्य पद्मनंदी -7(ई. 1305) की एक रचना,साधुओ के आचार-विचार को यत्याचार कहते है” जिन ग्रंथों में यतियों के आचार आदि का वर्णन हो वे भी यत्याचार कहलाते है” जैसे- मूलाचार, भगवती…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिबिंबवत् – Pratibinbavata. As similar to an image. प्रतिबिंब के समान “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिपातस्थान – Pratipaatasthaana. Falling stage pertaining to abstinence. जिस स्थान पर जीव मिथ्यात्व, असंयम, सम्यत्तव अथवा संयमासंयम को प्राप्त होता है वह प्रतिपातस्थान है “